धर्मशाला। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) के १६वें कशाग ने ०८ नवंबर की सुबह धर्मशाला में रणनीति समिति की पाचवीं बैठक आयोजित कीं।
यह तीन दिवसीय द्विवार्षिक बैठक पिछली चार बैठकों में तय किए गए उपायों के कार्यान्वयन के अनुरूप कार्य करेगी। इसके अलावा, बैठक में चल रहे रणनीतिक कार्यक्रमों की प्रगति पर चर्चा की जाएगी और समिति के उद्देश्यों के अनुसार भविष्य की पक्षधरता अभियानों के पहलों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
सिक्योंग पेन्पा छेरिंग बैठक की अध्यक्षता करेंगे जिसमें समिति के सदस्य शामिल होंगे। समिति सदस्यों में पूर्व कलोन टेम्पा छेरिंग, पूर्व कलोन डोंगचुंग न्गोडुप और पूर्व दूत केलसांग ग्यालछेन शामिल होंगे। उपस्थित प्रमुख हस्तियों में कलोन डोल्मा ग्यारी (सुरक्षा विभाग), कलोन नोरज़िन डोल्मा (सूचना और अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग), सचिव कर्मा रिनचेन (सुरक्षा विभाग), सचिव कर्मा चोयिंग (सूचना और अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग), सचिव दावा छेरिंग, तिब्बत नीति संस्थान (टीपीआई), कशाग सचिवालय के राजनीतिक सचिव ताशी ग्याछो और गाडेन फोडरंग कार्यालय के सचिव न्गाबा छेग्यम भी उपस्थित रहेंगे।
सूचना और अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग के सचिव चोयिंग ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘यह बैठक रणनीतिक कार्यक्रमों की समीक्षा और चर्चा के अलावा चीन के औपनिवेशिक बोर्डिंग स्कूल और बड़े पैमाने पर डीएनए संग्रह से संबंधित तिब्बत में मौजूदा स्थिति, चीन के बदलते राजनीतिक परिदृश्य और वैश्विक समुदाय में इसके प्रभाव पर विचार-विमर्श करेगी।‘ उन्होंने यह भी कहा कि समिति इस साल सिक्योंग और वैश्विक नेताओं, सांसदों और बुद्धिजीवियों के बीच हुई आधिकारिक बैठकों पर भी चर्चा करेगी।
चीन-तिब्बत वार्ता के लिए गठित पिछली टास्क फोर्स के विघटन के बाद अगस्त-२०२१ में कशाग द्वारा स्थायी रणनीति समिति की स्थापना की गई थी। समिति ने अपनी पहली बैठक नवंबर-२०२१ में, दूसरी बैठक जुलाई- २०२२ में, तीसरी बैठक नवंबर- २०२२ में और चौथी बैठक अप्रैल- २०२३ में आयोजित की थी।