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२९ साल बीते : अब तक ‘लापता’
पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) के अधिकारियों ने आज से ठीक २९ साल पहले १९९५ में आज ही के दिन ११वें पंचेन लामा गेधुन चोएक्यी न्यिमा का अपहरण कर लिया था। उस समय पंचेन लामा मात्र छह साल के बच्चे थे और तिब्बती बौद्ध धर्म के सर्वोच्च धार्मिक नेताओं में से एक थे। १४ मई १९९५ को परम पावन १४वें दलाई लामा ने सार्वजनिक रूप से इस बच्चे को ११वें पंचेन लामा के रूप में चिह्नित किया था और आधिकारिक तौर पर उसे ‘जेट्सन तेनज़िन गेधुन येशी त्रिनले फुंटसोक पाल सांगपो’ नाम दिया था। तीन दिन बाद ही १७ मई को युवा पंचेन लामा अपने माता-पिता और पंचेन लामा की सीट ताशी ल्हुनपो मठ के मठाधीश चाद्रेल रिनपोछे के साथ ‘लापता’ हो गए। पंचेन लामा के पुनर्जन्म को परम पावन दलाई लामा द्वारा मान्यता दिए जाने को नकारते हुए चीनी अधिकारियों ने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए उनके स्थान पर इस पीठ पर एक अन्य बच्चे को थोप दिया। २९ साल बाद आज भी पंचेन लामा, उनके माता-पिता और चाद्रेल रिनपोछे ‘लापता’ हैं और उनकी कोई खबर किसी को नहीं है।
इन वर्षों में अंतरराष्ट्रीय समुदाय, विभिन्न सरकारों, संगठनों, समर्थकों और दुनिया भर के तिब्बतियों ने ११वें पंचेन लामा का पता लगाने के लिए कई स्रोतों से व्यापक प्रयास किए हैं। पंचेन लामा का मूल नाम गेधुन चोएक्यी न्यिमा है। कुछ लोगों ने तो कई मौकों पर संयुक्त राष्ट्र में तथा चीनी प्रतिनिधिमंडलों के साथ सीधे तौर पर पंचेन लामा के स्वास्थ्य और ठिकाने के बारे में चिंता जताई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) के प्रवक्ता और सूचना एवं अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग के अतिरिक्त सचिव तेनजिन लेक्षय कहते हैं, ‘हम चीन द्वारा ११वें पंचेन लामा को लंबे समय से जबरन गायब किए जाने की निंदा करते हैं और पीआरसी सरकार से २९ वर्षों से कैद किए गए पंचेन लामा को तुरंत रिहा करने की अपनी मांग दोहराते हैं। पीआरसी सरकार के अलावा और कहीं यह संभव नहीं हो सकता है कि एक वयस्क को दुनियादारी से पूरी तरह अनजान रखा जाए और उसे दुनिया से छिपा कर रखा जाए। अभी तक अपहृत पंचेन लामा के बारे में एक भी विश्वसनीय जानकारी या तस्वीर नहीं है। हम पीआरसी सरकार से मांग करते हैं कि वह पंचेन लामा, उनके माता-पिता और चाद्रेल रिनपोछे की कुशलता और उनके निवास स्थान की विश्वसनीय जानकारी सार्वजनिक करे। जब तक सत्य सामने नहीं आ जाता, हम उनकी आजादी की मांग करते रहेंगे।’
पिछले महीने २४ अप्रैल को पंचेन लामा ३५ साल के हो गए। सीटीए ने दुनिया भर के कई अन्य लोगों की तरह उनकी अनुपस्थिति में उनका जन्मदिन मनाया। जब तक पीआरसी उन्हें ‘लापता’ रखेगा, तब तक पंचेन लामा की रिहाई के लिए अभियान चलाने के सीटीए के प्रयास जारी रहेंगे, पंचेन लामा की खोज जारी रहेगी।