लंदन। ‘स्वीडिश पार्लियामेंटरी फ्रेंडशिप ग्रुप फॉर तिब्बत’ ने स्वीडिश संसद में तिब्बत पर तीन अलग-अलग प्रस्ताव रखा है। प्रस्ताव-१५२९, २२०७ और २४०२ काफी अभूतपूर्व हैं और स्वीडन में तिब्बत के लिए बेहतर समझ और समर्थन प्रदर्शित करता हैं। ये प्रस्ताव (१) परम पावन दलाई लामा के पुनर्जन्म, (२) स्वीडन की सरकार तिब्बत में मानवाधिकारों के उल्लंघन, अनिवार्य आवासीय स्कूलों और चीन सरकार को तिब्बती प्रतिनिधियों के साथ बातचीत फिर से शुरू करने के मुद्दे को चीन के समक्ष उठाएगी; और (३) स्वीडन की सरकार तिब्बत के लिए यूरोपीय संघ के विशेष समन्वयक की नियुक्ति का यूरोपीय संघ के स्तर पर समर्थन के लिए काम करेगी।
लंदन स्थित तिब्बत कार्यालय स्वीडन में सीटीए का प्रतिनिधित्व करता है।
इस साल सितंबर की शुरुआत में तिब्बत मैत्री समूह की अध्यक्ष मार्गरेटा सेडरफेल्ट की अध्यक्षता में समूह के ग्यारह सांसद भारत के धर्मशाला में तिब्बती लोकतंत्र दिवस के समारोह में सम्मानित अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे। यहां उन्होंने परम पावन दलाई लामा से भी मुलाकात की। स्वीडिश संसदीय प्रतिनिधिमंडल की धर्मशाला यात्रा का आयोजन लंदन स्थित तिब्बत कार्यालय और डीआईआईआर द्वारा किया गया था।
अक्तूबर २०२२ में सिक्योंग पेन्पा छेरिंग की स्वीडन की पहली यात्रा भी लंदन स्थित तिब्बत कार्यालय द्वारा आयोजित की गई थी। इस दौरान स्वीडन के नए प्रधानमंत्री की नियुक्ति और नई संसद में तिब्बत मैत्री समूह का नए सिरे से गठन भी हुआ था।
नवंबर २०२२ में तीन तिब्बती सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने इंटरनेशनल कैंपेन फॉर तिब्बत द्वारा प्रायोजित स्वीडन का दौरा किया था।
स्वीडन द्वारा यूरोपीय परिषद की अध्यक्षता के दौरान लंदन स्थित तिब्बत कार्यालय ने ‘स्वीडिश पार्लियामेंटरी फ्रेंडशिप ग्रुप फॉर तिब्बत’ के सहयोग से जून २०२३ में तिब्बत के पर्यावरण और तिब्बत और चीन के अनसुलझे संघर्ष पर स्वीडिश संसद में एक वार्ता आयोजित की थी।
लंदन स्थित तिब्बत कार्यालय के प्रयासों को स्वीडन में तिब्बती समुदाय और स्वीडिश-तिब्बत समिति द्वारा दृढ़ता से समर्थन किया जाता है। इस काम में दोनों सक्रिय हैं और देश में इसका प्रभाव बढ़़ाने के लिए दृढ़ता से सहयोग करते हैं।