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धर्मशाला। ऐसे समय में जब कोविड-19 महामारी दुनिया भर में अपनी विनाशलीला मचा रही है, केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के स्वास्थ्य कालोन चोइकांग वांगचुक ने आज नोबेल कोविड-19 के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला और इस रोग पर काबू पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जानेवाली पहलों के बारे में चर्चा की।
तिब्बत समाचार ब्यूरो से विशेष बात करते हुए कालोन ने कहा कि वुहान से उत्पन्न जीवन नाशक नोबेल कोविड-19 का प्रकोप खतरनाक रूप से फैल रहा है। हालांकि, हमारे तिब्बती समुदाय के किसी भी व्यक्ति में इसके कोई लक्षण नहीं दिखे हैं। हालांकि, कालोन ने इसकी अनिश्चितता को देखते हुए सतर्कता और एहतियात बरतने की सलाह दी और लोगों से सीटीए के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी नियमों और स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की।
कालोन ने कहा ष्हमारे विभाग ने तिब्बती समुदायों में प्रकोप के प्रसार को रोकने के लिए सार्वजनिक रूप से पालन करने के लिए क्या करना है और क्या नहीं करना है, इसके बारे में निर्देश जारी किए हैं।
विभाग ने तिब्बती अस्पतालों और क्लीनिकों को सर्जिकल मास्क, सैनिटाइजर और दवाओं का स्टॉक रखने का भी आदेश दिया।
समुदायों के बीच फैल रही अफवाहों पर चेतावनी देते हुए कलोन ने जनता से इस तरह की अफवाहों से दूर रहने की अपील की और उचित जागरूकता की आवश्यकता पर जोर दिया।
कलोन ने बताया कि ष्हमने स्थानीय भारतीय डॉक्टरों और तिब्बती बस्तियों के चिकित्सा विशेषज्ञों के साथ सहयोग पर समझौता किया है और वायरस के आगे प्रसार को रोकने के लिए हमने उन्हें सहयोग और समर्थन की पेशकश की है।ष्
उन्होंने आगे बताया कि तिब्बती स्कूलों को स्वास्थ्य दिशा- निर्देशों और निवारक उपायों के बारे में जागरूकता कार्यक्रम और कार्यशालाएं आयोजित कराई हैं।
तिब्बत के अंदर तिब्बतियों की स्थिति पर बोलते हुए कालोन ने कहा कि चीन में पारदर्शिता की कमी के कारण तिब्बत में प्रभावित व्यक्तियों के बारे में पुष्टि करना मुश्किल है।
अंत में कालोन ने इस बीमारी का मुकाबला करने में सामूहिक जिम्मेदारी का आह्वान किया और अधिकारियों द्वारा जारी नियमों और स्वास्थ्य नियमों का कड़ाई से पालन करने का अनुरोध किया।