सी० राजगोपालाचारी (भारत के अंतिम गवर्नर जनरल)
तिब्बत में बर्बर साम्राज्यवादः
तिब्बत का मुद्दा तिब्बत की संप्रभुता के रूप में विधिवादी अन्वेषण नहीं है, बल्कि मानवाधिकार का प्रशन है जिसका निर्णय न्याय और मानवता के स्तर पर होना चाहिए न कि किसी कानूनी पहेली के आधार पर।
परम पावन दलाई लामा ने अपने संदेश में चीजों को बहुत स्पष्ट और सारगर्भित कर दिया है कि किस तरह कानूनी आधार पर भी इसमें कोई दो राय नहीं है कि किसी भी राष्ट्रीयता से जुडे होने की बात को नजरअंदाज करते हुए तिब्बतियों को स्वयं शासन करने का अधिकार मिलना चाहिए। तिब्बत पर हमला जिसके कारण परम पावन दलाई
लामा को भारतीय क्षेत्र में शरण लेना पड़ा, बर्बर साम्राज्यवाद है। इसलिए इस मसले पर कोई दूसरी राय नही हो सकती। सभी भारतीय यह चाहते हैं कि तिब्बत को चीन के नियंत्रण से छुटकारा दिलाया जाए।