बोगोटा। सिक्योंग पेन्पा छेरिंग ने शुक्रवार को नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ कोलंबिया में ‘एक्जाइल्स एंड डिसप्लेसमेंट्स : इंटर डिसिप्लीनरी रिफ्लेक्शंस (निर्वासन और विस्थापन: अंतःविषय प्रतिबिंब)’ विषय पर अपना व्याख्यान दिया। इसके बाद उन्होंने यमंतका केंद्र का दौरा किया और इसके सदस्यों के साथ एक संक्षिप्त बैठक की।
राजधानी में अपने अंतिम कार्यक्रम में सिक्योंग ने एक अंतर-धार्मिक संवाद में भाग लिया, जिसमें विभिन्न आठ परंपराओं का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिष्ठित धार्मिक प्रमुखों के साथ बातचीत की। इसमें कोलंबिया सरकार के आंतरिक मंत्रालय और जिला धार्मिक स्वतंत्रता कार्यालय, बोगोटा के एक-एक प्रतिनिधि शामिल थे। इस यात्रा में सिक्योंग के साथ तिब्बत-ब्राजील कार्यालय के प्रतिनिधि जिग्मे छेरिंग भी थे।