सिडनी। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के सिक्योंग पेन्पा छेरिंग ने १८ जून २०२३ को सिडनी में और उसके आसपास रह रहे तिब्बती युवाओं और वॉलंटरी तिब्बत एडवोकेसी ग्रुप (वी-टीएजी) के सदस्यों के साथ सभा कर उनसे बातचीत की। इसके साथ ही उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अपने आधिकारिक कार्यक्रमों के दूसरे दिन की शुरुआत की। उन्होंने सभा को तिब्बत के इतिहास, तिब्बती पठार के उद्भव और तिब्बत के अंदर की वर्तमान गंभीर स्थिति के बारे में अवगत कराया। सिक्योंग ने तिब्बती युवाओं को सलाह दी कि वे तिब्बत पर अधिक से अधिक पुस्तकें पढ़कर तिब्बती इतिहास के बारे में जानें और इसपर ध्यान दें। इसके साथ ही वे तिब्बत समर्थन आंदोलन में भाग लें। इसके बाद उन्होंने प्रश्नोत्तर सत्र में श्रोताओं के प्रश्नों के उत्तर दिए।
सिक्योंग पेनपा छेरिंग की ऑस्ट्रेलिया की आधिकारिक यात्रा के सम्मान में ऑस्ट्रेलियाई सांसद डॉ सोफी स्कैम्प्स ने १८ जून २०२३ को न्यू पोर्ट, सिडनी में रॉयल मोटर यॉच क्लब में दोपहर के विशेष भोजन का आयोजन किया। सिक्योंग ने इस कार्यक्रम में भाग लेनेवाले तिब्बत के स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों और समर्थकों के साथ भी अलग से बातचीत की। ऑस्ट्रेलियाई सांसद ने इस साल अप्रैल में अपनी धर्मशाला यात्रा के दौरान परम पावन दलाई लामा से मिलने को याद कर प्रसन्नता व्यक्त की और केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के नेतृत्व और सरकारी संगठनों और गैर सरकारी संगठनों के दौरे के अपने अनुभव को भी साझा किया। सिक्योंग ने आयोजन की मेजबानी के लिए आयोजकों को धन्यवाद दिया और तिब्बत के अंदर की स्थिति, तिब्बत के पर्यावरण की रक्षा के महत्व, तिब्बती पठार के उद्भव और पड़ोसी देशों के लिए तिब्बत की नदियों के महत्व पर प्रकाश डाला।
बाद में दोपहर में यूटीएस के एशिया-प्रशांत अनुसंधान समूह और सामाजिक और राजनीतिक विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय सिडनी (यूटीएस) में सिक्योंग पेन्पा छेरिंग ने ‘चीन-तिब्बत संघर्ष का स्थायी और टिकाऊ समाधान विश्व शांति के लिए अनिवार्य है’ विषय पर अपनी बात रखी। कार्यक्रम के दौरान लोकतंत्र समर्थक, विशेषज्ञ, लेखक और सिडनी स्थित चीन-तिब्बत मैत्री संघ के सदस्य उपस्थित थे। सिक्योंग ने उन्हें तिब्बत की ऐतिहासिक रूप से स्वतंत्र स्थिति, चीन-तिब्बत संघर्ष को हल करने के लिए मध्यम मार्ग दृष्टिकोण अपनाने और केंद्रीय तिब्बती प्रशासन की गतिविधियों से अवगत कराया।