वाशिंगटन डीसी। उत्तरी अमेरिका में अपने कार्यक्रमों के तहत, केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) के सिक्योंग पेन्पा छेरिंग ने वाशिंगटन डीसी में तिब्बत के कई प्रमुख समर्थकों और दोस्तों से मुलाकात की और उनसे बातचीत की। ०७ फरवरी की सुबह सिक्योंग ने विनियोग पर हाउस कमेटी के वरिष्ठ सदस्य सांसद डियाज़ बलार्ट से मुलाकात की, उसके बाद महिला सांसद यांग किम और सीनेटर ब्रायन शाट्ज़ के साथ बैठक की।
इसके बाद सिक्योंग ने विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष माइकल टी. मैककॉल से मुलाकात की, जो प्रतिनिधि सभा में ‘तिब्बत-चीन संघर्ष अधिनियम के प्रस्ताव’ को फिर से प्रस्तुत करने वाले कांग्रेसियों में से एक हैं। इसी तरह, सिक्योंग ने सीनेटर टॉड यंग से मुलाकात की, जो द्विदलीय समूह में शामिल सीनेट के सदस्यों में हैं। इस समूह ने अमेरिकी सीनेट में उपरोक्त तिब्बत विधेयक पेश किया था।
सिक्योंग ने विधेयक को अधिनियमित करने में सीनेटरों और सांसदों से लगातार समर्थन का आग्रह किया। इस तरह का समर्थन यूरोपीय संघ और अन्य देशों के सांसदों से भी अपनी-अपनी संसदों में इसी तरह के बिल को बढ़ावा देने के लिए एक उदाहरण के रूप में प्रोत्साहित करेगा। यह तब और उपयोगी साबित होगा, जब संबंधित संसदों की बैठकों के दौरान तिब्बत मुद्दे के प्रति निरंतर राजनीतिक और वित्तीय समर्थन की मांग की जाएगी।
‘इंटरनेशनल कंपेन फॉर तिब्बत (आईसीटी)’ के अध्यक्ष रिचर्ड गेरे ने सिक्योंग के साथ बैठक में वर्चुअल रूप से भाग लिया। प्रतिनिधि डॉ नामग्याल छोडुप और आईसीटी के अंतरिम अध्यक्ष और उपाध्यक्ष भी बैठक में उपस्थित थे।
सिक्योंग ने सोमवार को डिपार्टमेंट ऑफ डेमोक्रेसी, ह्यूमन राइट्स एंड लेबर अफेयर्स (डीआरएल) के निदेशक और कर्मचारियों और अध्यक्ष डेरेक मिशेल और नेशनल डेमोक्रेटिक इंस्टीट्यूट (एनडीआई) के कर्मचारियों से भी मुलाकात की और उन्हें सीटीए के उपक्रम और भविष्य की परियोजनाओं के बारे में अवगत कराया।