बोधगया। सिक्योंग पेन्पा छेरिंग ने ३० दिसंबर को जापान के अर्थ कारवां संगठन के माध्यम से ‘फ्लेम ऑफ होप’ नामक संगठन के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और बातचीत की।
‘फ्लेम ऑफ होप’ के आठ कार्यकर्ताओं के साथ अपनी बातचीत मेंसिक्योंग ने परम पावन दलाई लामा द्वारा परिकल्पित धर्मनिरपेक्ष नैतिकता और इसके लक्ष्यों को विस्तृत रूप से प्रस्तुत किया। इसके अलावाउन्होंने कहा कि वर्तमान में यह दुनिया भर के स्कूलों और शैक्षिक केंद्रों में पढ़ाया जा रहा है। इसी तरह, उन्होंने जापानी शिक्षा संस्थानों में सी लर्निंग का अनुवाद करने और पढ़ाने की सिफारिश की।
सिक्योंग ने संक्षेप में परम पावन दलाई लामा के नेतृत्व में निर्वासन में तिब्बतियों के आगमन, बस्तियों और स्कूलों की स्थापना, लोकतंत्र का विकास, लोकतंत्र के तीन स्तंभों के महत्व और इसकी जिम्मेदारी और शक्तियों के बारे में बताया।इसके बाद उन्होंने एक शांतिपूर्ण दुनिया के निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
‘फ्लेम ऑफ़ होप’ के कार्यकर्ताओं ने अपने संगठन के उद्देश्यों के बारे में सिक्योंग को अवगत कराया और इस पर परम पावन दलाई लामा के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हुए उनके सुने प्रवचनों के बारे में अपना अनुभव सुनाया।
‘फ्लेम ऑफ होप’ की स्थापना १९४५ के अगस्त में हिरोशिमा पर अणु बम गिराए जाने से उत्पन्न विनाश के बाद हुई थी। ‘फ्लेम ऑफ होप’ की पहल सेयह आशा की जाती है कि यह दुनिया भर में शांति का संदेश फैलाएगा।