डेनमार्क। सिक्योंग पेन्पा छेरिंग मंगलवार, ०२ मई २०२३ को डेनमार्क के कोपेनहेगन पहुंचे। यह इस देश की उनकी पहली आधिकारिक यात्रा थी। सिक्योंग की अगवानी डेमार्क में तिब्बती समुदाय के अध्यक्ष तेनपा ग्युर्मे, डेनमार्क की तिब्बत समर्थन समिति के अध्यक्ष एंडर्स एच. एंडरसन, डेनमार्क की डेनिश-तिब्बती सांस्कृतिक संस्था के अध्यक्ष ग्रीथे सोरविग के साथ ही डेनमार्क में छात्र और फ्री तिब्बत संगठनों के साथ डेनमार्क में तिब्बती समुदाय के सदस्य टीना और क्लाउडिया ने की।
शाम को उन्होंने १६ वें कशाग द्वारा तिब्बत के अंदर मौजूदा स्थितियों के आधार पर राजनीतिक समर्थन और तिब्बती मुद्दे पर जुड़ाव और सीटीए के विकास कार्यक्रमों के लिए आर्थिक समर्थन जुटाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर तिब्बती युवाओं के साथ बातचीत की। सिक्योंग ने युवाओं को अपने समुदाय में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि समुदाय हालांकि छोटा है, लेकिन यह एक शक्तिशाली समूह बन सकता है।
युवाओं के साथ बैठक के बाद सिक्योंग ने डेनमार्क में तिब्बती समुदाय को कई मुद्दों को लेकर संबोधित किया, जिनमें तिब्बतियों की ऐतिहासिक स्वतंत्रता पर आधारित सरकारों और सांसदों के साथ नए सिरे से राजनीतिक जुड़ाव के माध्यम से मध्यम मार्ग नीति के लिए अधिक समर्थन हासिल करने के प्रयास शामिल थे।
आज ०३ मई की सुबह सिक्योंग ने डेनमार्क की संसद में क्रिश्चियनबॉर्ग कैसल, कोपेनहेगन में डेनिश पीपुल्स पार्टी के नेता सांसद मोर्टन मेसर्सच्मिड्ट के साथ बैठक से आधिकारिक कार्यक्रमों की शुरुआत की। सिक्योंग के साथ प्रतिनिधि सोनम फ्रैसी और लंदन स्थित तिब्बत कार्यालय के सचिव लोचो, डेनमार्क स्थित तिब्बती समुदाय के अध्यक्ष तेनपा ग्युरमे, एंडर्स होजमार्क एंडरसन और तिब्बत समर्थन समिति डेनमार्क के हाने बेस बोल्सबर्ज थे। डेनमार्क में प्रवास के दौरान सिक्योंग डेनमार्क की संसद के सदस्यों, वरिष्ठ अधिकारियों, थिंक टैंकों और डेनमार्क में पुराने तिब्बत समर्थकों के साथ मुलाकात करेंगे।