०४ अक्तूबर, २०२२
बाइलाकुप्पी (कनार्टक)।१७वीं निर्वासित तिब्बती संसद के कार्यक्रम के अनुसारसांसद खेंपो कडा न्गेदुप सोनम और लोबसांग ग्यात्सो सिथर ने केरल के तिब्बती निवासियों से मुलाकात की और कोच्चि में मेन-त्सी-खांग शाखा क्लिनिक का दौरा किया। उन्होंने डिकी लार्सो में स्कूलों, मठों और कार्यालयों का भी दौरा किया और वहां के निवासियों से मुलाकात की। सांसदों ने भी कर्नाटक विधानसभा के सदस्य श्री के. महादेव से शिष्टाचार मुलाकात की।
चेन्नई, ऑरोविले और पांडिचेरी की अपनी आधिकारिक यात्रा समाप्त करने के बाद सांसद ०२ सितंबर को केरल के लिए रवाना हुए। वहां पहुंचने पर स्थानीय समन्वयक न्गावांग चोएडन ने उनका स्वागत किया। उस दिन बाद में सांसदों ने तिब्बती बाजार का दौरा किया और वहां व्यापार कर रहे तिब्बतियों से बातचीत की। सांसदों ने अपनी सार्वजनिक बातचीत और प्रश्नोत्तर सत्र के बाद जनता की शिकायतों और चिंताओं को दर्ज किया।
३०सितंबर को सांसदों ने कोच्चि में स्थापित मेन-त्सी-खांग शाखा क्लिनिक का दौरा किया और इसके डॉ.क्टर और कर्मचारियों से मुलाकात की।
मैसूर में दिक्यी लार्सो सेटलमेंट ऑफिसर चेमी दोर्जी ने सांसदों का स्वागत किया।इसके बाद वे बायलाकुप्पी में डिक्यी लार्सो तिब्बती सेटलमेंट के लिए रवाना हुए। ०१ अक्तूबर २०२२ को सांसदों ने फोडरंग का दौरा किया।इसके बाद सांसदों ने ड्रिकुंग काग्यू थुप्टेन शेडुब जंगचुप्लिंग मठ, पेमा सांग न्गाग छोखोर और ताशी ल्हुन्पो मठ का दौरा किया। सांसदों ने ताशी ल्हुन्पो मठ के मठाधीश भिक्षु ज़ेक्याब रिनपोछे से भी मुलाकात की।
सांसदों ने संभूता तिब्बती स्कूल का भी दौरा किया और वहां के छात्रों और शिक्षकों से शिक्षा के महत्व पर बात की। भारत-तिब्बत मैत्री संघ ने तिब्बती सांसदों के सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन किया, जिसमें सांसद गेशे अतोंग रिनचेन ग्यालत्सेन और वांगड्यू दोरजी शामिल थे, जो लुगसम तिब्बती बस्ती का दौरा कर रहे थे। रात्रिभोज के दौरान उन्होंने तिब्बत और तिब्बतियों से जुड़े मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श किया।
०२ अक्तूबर को सांसदों ने दिक्यी लार्सो की आम जनता को संबोधित किया, जिसमें सांसद खेंपो कडा न्गेडुप सोनम ने परम पावन दलाई लामा की महान उपलब्धियों, तिब्बत के अंदर तिब्बतियों पर चीनी सरकार द्वारा थोपी गई नीतियों और १७वीं निर्वासित तिब्बती संसद के चौथे सत्र में पारित किए गए प्रस्तावों पर बात की। जबकि सांसद लोबसांग ग्यात्सो सिथर ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर तिब्बत के मुद्दे की स्थिति पर बात की और जनता द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दिए। उसी दिन दोपहर में उन्होंने चाकुर बस्ती की आम जनता से उपरोक्त विषयों पर बात की।
इसके बाद सांसदों ने कर्नाटक विधान सभा के सदस्य श्री के. महादेव से शिष्टाचार भेंट की और उन्हें बुद्ध की एक थंका (पेंटिंग) भेंट की।
०३ अक्तूबर को सांसदों ने डिक्की लार्सो में सहकारी समिति कार्यालय, क्षेत्रीय तिब्बती स्वतंत्रता आंदोलन कार्यालय, शिविर कार्यालय, डेयरी उत्पादन कार्यालय, किंडर गार्डन, त्सो जे अस्पताल और अन्य स्थानों का दौरा किया। सेटलमेंट ऑफिस और तिब्बती कोऑपरेटिव सोसाइटी ने संयुक्त रूप से आने वाले सांसदों के सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन किया और उन्हें व्हाइट तारा का थंका भेंट किया।