पंजाब केसरी 2 फरवरी 2013
नई दिल्ली: लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने सरकार से आज मांग की कि संसद के आगामी सत्र में तिब्बत को चीन से मुक्ति दिलाने के लिए एक स्वतंत्र संप्रभु राष्ट्र के समर्थन में एक प्रस्ताव पारित कराया जाये। पासवान ने आज यहां जन्तर मन्तर पर तिब्बतेन सोलिटेरिटी कैम्पेनियन द्वारा आयोजित तिब्बत की आजादी के समर्थन में आयोजित धरने पर बैठे हजारों तिब्बत के निर्वासित लोगों एवं नेताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि वह दिन दूर नहीं जब तिब्बत को आजादी मिलेगी और वे एक स्वतंत्र नागरिक होने का जीवन जी सकेंगे।
पासवान ने कहा कि आज पूरी दूनिया में लोकतंत्र की लहर चल रही है. ऐसे में चीन द्वारा तिब्बत को स्वतंत्र न किया जाना बहुत आश्चर्य की बात है। इसकी वजह से पूरी दूनिया में चीन की साख गिरी है। पासवान ने तिब्बत के सर्वोच्च धर्म गुरू दलाई लामा के प्रति महानुभूति व्यक्त करते हुए कहा कि वह वर्षो से निर्वासित है. लेकिन उनमें आजादी के प्रति गजब का साहस है, यह कारण है कि भारत समेत सारी दुनिया उनका समर्थन करती है और जल्द से जल्द तिब्बत की आजादी चाहती है।
उन्होंने कहा लोक जनशक्ति पार्टी सरकार से मांग करती है कि तिब्बत को चीन से मुक्ति दिलाने के वास्ते संसद के आगामी सत्र में एक प्रस्ताव पारित कराया जाए। पासवान ने बिहार सरकार से मांग की कि भगवान बुद्ध के ज्ञान प्राप्ति स्थल बौद्ध मंदिर, बोध गया, अविलम्ब बौद्ध समुदाय के हाथों में सौंपा जाए।