पंजाब केसरी, 27 फ़रवरी 2013
बीजिंग: चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के नए प्रमुख शी चिनफिंग के राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभालने से पहले तिब्बत में चीन के शासन के विरूद्ध प्रदर्शन करते हुए दो युवा तिब्बती भिक्षुओं ने आत्मदाह कर लिया। तिब्बती समूहों से मिली खबरों के अनुसार, कल तिब्बती नववर्ष समारोह के अंत में आयोजित प्रार्थनाओं के दौरान दो युवा भिक्षुओं ने चीनी शासन के विरोध में आत्मदाह कर लिया।
अमेरिका स्थित ‘इंटरनेशनल कैम्पेन फॉर तिब्बत’ के अनुसार, एक भिक्षु ने गांसू प्रांत के लुकु काउंटी में स्थित एक मंदिर के बाहर कल आत्मदाह कर लिया जबकि दूसरे भिक्षु ने उसके एक दिन पहले छिनहे प्रांत के एक मठ में आत्मदाह कर लिया था। दोनों भिक्षुओं की जलने से मौत हो गई। इसके साथ ही वर्ष 2009 से अभी तक आत्मदाह करने वालों की संख्या बढ़कर 106 हो गई है।
चीनी प्रशासन की तमाम कोशिशों और लोगों को आत्मदाह के लिए उकसाने वालों के खिलाफ की जा रही कड़ी कार्रवाईयों के बावजूद आत्मदाह की यह घटना हुई है। तिब्बत में लोग चीन के शासन के विरोध में, अपनी आजादी और दलाई लामा को वापस तिब्बत आने देने की मांग को लेकर आत्मदाह कर रहे हैं।