वेन की यात्रा के खिलाफ़ धरना देने वाले तिब्बती हिरासत में
नयी दिल्लीः चीनी प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बीच हो रही बातचीत का विरोध करने के लिए हैदराबाद हाउस की ओर बढने का प्रयास करते चार तिब्बतियों को आज हिरासत में ले लिया गया.
इनका दावा था कि चीनी नेता को सीमा मुद्दे पर बातचीत करने का कोई अधिकार नहीं है. इन चारों प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने सुबह करीब साढे 11 बजे कस्तूरबा गांधी मार्ग पर हिरासत में ले लिया . उस समय वे इंडिया गेट के समीप हैदराबाद हाउस की ओर बढने का प्रयास कर रहे थे जहां दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता हो रही है .
एक प्रदर्शनकारी तेनजिन नोरसांग ने कहा कि जियाबाओ को सीमा मुद्दे पर बात करने का कोई अधिकार नहीं है. चीन की भारत के साथ कोई सीमा नहीं है. सीमा तिब्बत और भारत के बीच है. आज के प्रदर्शन का यह महत्वपूर्ण संदेश है. तिब्बती चीन से अपनी आजादी की मांग को लेकर कल से जियाबाओ की यात्रा के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
कल ताज पैलेस होटल के बाहर प्रदर्शन करने को लेकर छह तिब्बतियों को गिरफ्तार किया गया था जहां जियाबाओ ठहरे हुए हैं . उनकी यात्रा के विरोध में बडी संख्या में लोगों ने राजधानी की सडकों पर रैलियां निकाली हैं .
तिब्बती प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उनका विरोध चीनी नेता को यह बताने के लिए है कि तिब्बत उनका नहीं है और चीन को उसे खाली कर देना चाहिए. तिब्बतियों के एक समूह ने कल महात्मा गांधी की समाधि राजघाट से जंतर- मंतर तक भी एक रैली निकाली.