IBN Khabar – 25 Oct 2011
धर्मशाला। निर्वासन में पैदा हुए और पले-बढ़े तिब्बती बुधवार को चीन की सीमा स्थित अपने गृह नगर से खरीदकर लाई गई और यहां खेल के एक मैदान में पसारी गई मिट्टी पर एक समारोह के हिस्से के रूप में कदम रखेंगे। समारोह के आयोजक ने मंगलवार को कहा कि तिब्बत और अपनी मिट्टी के प्रति निर्वासितों के प्रेम को इस कस्बे में मूर्तरूप दिया जाएगा, जहां तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा निवास कर रहे हैं।
आयोजकों ने आईएएनएस से मंगलवार को यहां कहा कि चीन में तिब्बत से खरीद कर लाई गई मिट्टी तिब्बती बाल ग्राम के खेल मैदान में पसारी जाएगी, जिसपर निर्वासित तिब्बती टहलकर और बैठकर अपनी मातृभूमि का अहसास करेंगे।
अमेरिका स्थित तिब्बती कलाकार तेनजिंग रिगदोल ने इस आयोजन के लिए मिट्टी का प्रबंध किया है।
रिगदोल ने आईएएनएस से कहा, “मिट्टी मैदान में पसार दी जाएगी और लोगों को उस पर टहलने, बैठने तथा अपनी भावनाओं को बयान करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।”
रिगदोल ने कहा, “हजारों तिब्बती शरणार्थी निर्वासित जीवन बिता रहे हैं, अपने परिवारों से जुदा हो गए हैं और उन्हें अपनी मातृभूमि को लौटने की इजाजत नहीं है। ऐसे में यह आयोजन उन्हें तिब्बती मिट्टी पर कदम रखने का एक मौका प्रदान करेगा।”
2007 में रिगदोल के पिता न्यू यार्क में बीमार हुए। उनकी एक मात्र अंतिम इच्छा यह थी कि मरने से पहले वह एक बार तिब्बत देख लें। लेकिन उनकी यह इच्छा पूरी नहीं हो पाई।
रिगदोल ने कहा, “मेरे पिता की यह अंतिम इच्छा थी, जिससे मुझे इस परियोजना के लिए प्रेरणा मिली।”