जामिया मिलिया इस्लामिया में आगामी 23 नवंबर को होने वाले दीक्षांत समारोह का कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है। दीक्षांत समारोह परिसर स्थित अंसारी सभागार के सामने स्थित लॉन में अपराह 3.30 बजे से आयोजित होगा। जामिया में दीक्षांत समारोह तैयारियां भले ही हो गई हों लेकिन तिब्बत के निर्वासित धर्मगुरु दलाई लामा को डाक्टर ऑफ लिटरेचर (डीलिट) की उपाधि देने का फैसला अभी तय नहीं हो पाया है। सारी तैयरियों के बावजूद विदेश मंत्रालय की चुप्पी के कारण जामिया प्रशासन यह तय नहीं कर पा रहा है कि दीक्षांत समारोह में दलाई लामा को आंमत्रित किया जाए या नही। जामिया मिलिया द्वारा धर्मगुरु को मानद उपधि दिए जाने के फैसले पर विदेश मंत्रालय ने संज्ञान लिया था। मंत्रालय ने जामिया प्रशासन से दलाई लामा को उपधि देने से मना कर दिया था। बाद में विदेश सचिव निरुपमा राव से जामिया के कुलपति नजीब जंग की उस मुददे पर बात हुई । सूत्रों के अनुसार राव ने कुलपति से कहा था कि वे इस मामले पर मंत्रालय को चिट्ठी लिखें जिस पर मंत्रालय विचार करेगा। जामिया की प्रवक्ता डा. सिमी मल्होत्रा ने बताया कि विश्वविधालय ने मंत्रालय को चिट्ठी लिख दी है। अभी उस पर कोई जवाब नही आया है। उन्होंने कहा कि विश्वविधालय तिब्बती धर्मगुरु को डाक्टरेट उपधि देने की तैयारी कर ली है। विदेश मंत्रालय से स्वीकृति मिलते ही दलाई लामा को आमंत्रण भेजा जाएगा। भारत और चीन के संबंधों पर इसके संभावित असर को देखते हुए मंत्रालय दलाई लामा को मानद उपधि देने को लेकर मौन साधे हुए है। दीक्षांत समारोह में वर्ष 2009 में जामिया से अपनी डिग्री , डिप्लोमा , पीएचडी पूरी करने वाले छात्र -छात्राओं को उपधि प्रदान की जाएगी।
लामा को मानद उपाधि पर मंत्रालय मौन
[मंगलवार, 9 नवम्बर, 2010 | स्रोत : AAJ SAMAJ]
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