धर्मशाला। तिब्बती समुदाय में अगले कालोन त्रिपा (निर्वासित प्रधानमंत्री) के चुनाव परिणाम को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं और रोमांच का एक वातावरण बना हुआ है। चुनाव परिणाम 27 अप्रैल को घोषित होगा।
तिब्बतियों का मानना है कि नया निर्वासित प्रधानमंत्री दलाई लामा की सक्रिय राजनीति से मुक्त होने की घोषणा के बाद एक बड़ी राजनीतिक भूमिका निभाएगा।
तिब्बत की निर्वासित संसद ने पिछले महीने दलाई लामा के प्रस्ताव को औपचारिक रूप से स्वीकार कर लिया था और उनके अधिकारों को निर्वाचित नए नेता के पास सहज हस्तांतरण के लिए अपने संविधान में संशोधन हेतु मई अंत तक एक विशेष सत्र बुलाने का निर्णय लिया था।
निर्वाचन अधिकारी जामफेल चोएसांग ने कहा कि निर्वासित प्रधानमंत्री और निर्वासित संसद के 43 सदस्यों के परिणाम 27 अप्रैल को घोषित कर दिए जाएंगे।
निर्वासित प्रधानमंत्री के पद के लिए तीन उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें लोबसांग सांगेय, तेनजिन नामग्याल तेथोंग और ताशी वांगदी शामिल हैं।
सांगेय हारवर्ड लॉ स्कूल के एक वरिष्ठ फेलो हैं। तेथोंग भी अमेरिका में रहते हैं। वांगदी ब्रसेल्स, न्यूयार्क और नई दिल्ली में दलाई लामा के प्रतिनिधि रह चुके हैं।
प्राथमिक मतदान में सांगेय पद के दौड़ में सबसे आगे उभर कर आए थे। उन्हें 22,489 मत मिले। प्राथमिक मतदान उम्मीदवारों के चयन के लिए आयोजित किया गया था।
भारत, नेपाल, भूटान, अमेरिका, यूरोप, आस्ट्रेलिया, जापान, रूस और अन्य देशों के मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया है।
चोएसोंग ने कहा, “हम परिणामों का संकलन कर रहे हैं, क्योंकि सभी 56 क्षेत्रीय तिब्बती केंद्रों से मतपत्र आए हैं। उन केंद्रों पर 20 मार्च को मतदान हुए थे।” उन्होंने हालांकि नेपाल और भूटान में हुए मतदान का विवरण देने से इंकार कर दिया।
निर्वासित प्रधानमंत्री के उम्मीदवारों के चयन के लिए तीन अक्टूबर, 2010 को हुए प्राथमिक मतदान के दौरान इन दोनों देशों में पड़े वोटों की गिनती नहीं हुई थी।
उस समय नेपाल पुलिस ने काठमांडू में मतदान केंद्रों से 18 मतपेटियां जब्त कर ली थी। इसी तरह भूटान सरकार ने भी तिब्बतियों को आदेश दिया था कि वे धर्मशाला स्थित निर्वाचन आयोग को मतपत्र न भेजें।
चोएसांग ने कहा कि 15वीं निर्वासित संसद के नवनिर्वाचित सदस्य 30 मई को शपथ लेंगे, क्योंकि वर्तमान संसद का कार्यकाल अगले महीने पूरा हो जाएगा। चोएसांग ने कहा, “प्रधानमंत्री, मौजूदा कैबिनेट का कार्यकाल अगस्त में पूरा हो जाने के बाद शपथ लेंगे।”
तिब्बती यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष तेवांग रिगजिन ने कहा, “हम चुनाव परिणाम को लेकर बहुत उत्सुक हैं। लेकिन हमें बहुमत के निर्णय का सम्मान करना है और अब तिब्बतियों को स्थायित्व के लिए, मजबूती के लिए और अंततोगत्वा तिब्बत की आजादी हासिल करने के लिए पहले से कही अधिक एकजुटता के साथ काम करना चाहिए।”
तिब्बती हैंडीक्राफ्ट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड के महाप्रबंधक पेमा दोरजी ने कहा, “हम परिणाम को लेकर बहुत रोमांचित हैं और थोड़ा परेशान भी हैं। चूंकि हम लोकतंत्र में विश्वास रखते हैं, लिहाजा हम जनाधार का सम्मान करेंगे।”