तिब्बत.नेट, 19 अप्रैल, 2019
देहरादून। सीटीए के राष्ट्रपति डॉ. लोबसांग सांगेये ने तिब्बतन चिल्ड्रेन विलेज (टीसीवी) स्कूल सेलाकुई का दौरा किया और देहरादून में विभिन्न तिब्बती बस्तियों में एक सप्ताह तक चलने वाली आधिकारिक यात्रा के तहत छात्रों को संबोधित किया। इससे पहले दिन में राष्ट्रपति ने मंडुवाला में लिंगत्सांग तिब्बती बस्ती का दौरा किया और बस्ती के लोगों को संबोधित किया। उन्होंने सीटीए के आगामी दूसरे फाइव-फिफ्टी यूथ फोरम के बारे में सभा को अवगत कराया। उन्होंने शैक्षिक प्रणालियों सहित सामाजिक-आर्थिक विकास पर केंद्रित सीटीए द्वारा की गई विभिन्न विकास पहलों के बारे में भी बात की।
इसके बाद, राष्ट्रपति सांगेय ने टीसीवी सेलाकुई स्कूल के शिक्षकों और छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने मुख्य विषय ‘भेदभाव’ पर बात की। इस विषय पर बात करते हुए राष्ट्रपति सांगेय ने कहा कि अक्सर छात्रों को स्कूलों में पक्षपात और भेदभाव का शिकार होना पड़ता है। राष्ट्रपति ने कहा, वास्तव में, वह ‘स्वीकार करते हैं कि भेदभाव प्रचलित है और हर जगह इसका अस्तित्व है।’
राष्ट्रपति सांगेय ने कहा कि सबसे अहम बात यह है कि हम कैसे भेदभाव का जवाब देते हैं और भेदभाव को किस तरह से निपटते हैं। उन्होंने खुद का एक उदाहरण दिया और खुलासा किया कि उन्हें बड़े होने के दौरान भी इसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ा था। इसलिए उन्होंने इसके बजाय प्यार और करुणा पैदा करने की सलाह दी। एक बार फिर उन्होंने भेदभाव को दूर करने के लिए सही तरीके से साधना करने पर जोर दिया।
तत्पश्चात, विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री ड्यूक त्सेरिंग ने राष्ट्रपति सांगेय को छात्रों की ओर से स्मार पत्र के रूप में छात्रों द्वारा रचित कविता के उपहार से सम्मानित किया और स्कूल में पधारने के लिए समय निकालने पर उनके प्रति आभार जताया।