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धर्मशाला। भारतीय संसद के राज्यसभा सदस्य श्री अमरेंद्र धारी सिंह ने ०९ मार्च २०२२ को निर्वासित तिब्बती संसद का दौरा किया था। वह तिब्बती राष्ट्रीय जनक्रांति दिवस को आधिकारिक समारोह में विशेष अतिथि के रूप में भाग ले रहे थे। तिब्बती संसद में आगमन पर अध्यक्ष खेंपो सोनम तेनफेल और उपाध्यक्ष डोल्मा त्सेरिंग तेखांग के नेतृत्व में स्थायी समिति के सदस्यों ने उनका अभिनंदन किया।
भारतीय संसद को डिप्टी स्पीकर द्वारा स्थायी समिति के प्रत्येक सदस्य से मिलवाया गया और उन्हें विकास, सत्र और संसद की संरचना सहित कई मुद्दों पर जानकारी दी गई। भारतीय संसद ने स्थायी समिति के सदस्यों से चीनी शासन के अधीन रहने के दौरान उनके द्वारा भुगती गई कठिनाइयों के बारे में पूछताछ की और चीन द्वारा तिब्बत में तिब्बती खानाबदोशों के जबरदस्ती ‘पुनर्स्थापन’, तिब्बत में कीमती खनिजों की निकासी और कई अन्य मुद्दों पर चर्चा की।
स्पीकर ने भारतीय संसद में तिब्बत के मुद्दे को उठाने और तिब्बती राष्ट्रीय जनक्रांति दिवस के आधिकारिक समारोह की शोभा बढ़ाने के लिए श्री ए.डी. सिंह का आभार व्यक्त की। उन्होंने सदियों की साझा संस्कृति और धर्म के साथ भारत और तिब्बत की दोस्ती की सराहना की। उन्होंने आगे तिब्बतियों को सुविधाएं और सहायता प्रदान करने के लिए छह दशकों से अधिक समय तक तिब्बतियों की मेजबानी करने के लिए भारत और उसके लोगों को धन्यवाद दिया।
राज्यसभा सदस्य ने तिब्बत के मुद्दे के लिए पूर्ण समर्थन और तिब्बतियों के साथ अपनी एकजुटता का आश्वासन दिया। बैठक समाप्त करने से पहले अध्यक्ष द्वारा निर्वासित तिब्बती संसद की ओर से श्री ए.डी. सिंह को बुद्ध की एक थंगका पेंटिंग भेंट की गई।