पीटीआई ॥ लंदन, 24 जून, 2012
तिब्बत और आध्यात्मिक लीडर दलाई लामा के साथ चीन के रिश्ते भले ही खराब हैं लेकिन पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चीन के संस्थापक माओ त्से तुंग दलाई लामा को अपने बेटे की तरह मानते थे। दलाई लामा ने रविवार को बीबीसी के साथ इंटरव्यू में कहा कि माओ उन्हें बेटे की तरह मानते थे और वह उन्हें अपने पिता की तरह मानते थे।
रिश्ते थे अच्छे : दलाईलामा ने इस इंटरव्यू में उन बीते पलों को याद किया जब वह चीन में रहा करते थे। उन्होंने कहा, माओ और मेरे बीच के रिश्ते काफी अच्छे थे।
कुछ दिक्कतें भी : दलाईलामा और माओ के रिश्तों के बीच कुछ दिक्कतें भी थी। दलाईलामा के मुताबिक, एक दिक्कत यह थी कि कई मौकों पर जब आधिकारिक डिनर होता था तो माओ मुझे अपने बगल में बुला लेते थे।
लगता था डर : दलाईलामा ने कहा कि माओ चेन स्मोकर थे और काफी खांसते रहते थे। वह अपनी चॉपस्टिक्स से मुझे जब खिलाते थे तो मुझे डर लगता था कि कहीं कुछ कीटाणु मेरे अंदर भी नहीं चले जाएं।
आत्मदाह पर बोले : तिब्बतियों द्वारा किए जाने वाले आत्मदाह के मुद्दे पर भी दलाईलामा ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, यह दुखद और राजनीतिक तौर पर काफी संवेदनशील मामला है। चूंकि मैं रिटायर हो चुका हूं इसलिए मैं इस पर किसी तरह का बयान नहीं दूंगा।
देश से बाहर रहना जरूरी : दलाईलामा ने कहा कि कई लोग चाहते हैं कि वह तिब्बत लौट आएं। लेकिन राजनीतिक तौर पर समझदार कुछ लोगों का मानना है कि हालिया स्थिति में वह तिब्बत से बाहर ही रहें तो ठीक है क्योंकि देश से बाहर रहकर आप काफी कुछ कर सकते हैं। अगर वह लौटते हैं तो वह भी कैदी बन जाएंगे।