नई दिल्ली । तिब्बत के धार्मिक नेता दलाई लामा का कहना है कि वह कुछ ही महीनों में सेवानिवृत्ति लेने का विचार कर रहे है । इस बारे में अतिंम फैसला राजनीतिक नेताओं और निर्वासित संसद से बातचीत करने के बाद किया जाएगा । भारत में 1959 से रह रहे लामा ने आशा जताई कि वह अपनी मौत के पहले अपने गृह क्षेत्र लौट सकेंगे । दलाई लामा से एक कार्यक्रम में पूछा गया कि क्या वह सेवानिवृत्ति लेने जा रहे है। इस पर उन्होंने कहा, ‘ मुझे लगता है कि अगले छह महीने में मै सेवानिवृत्त हो जाउंगा । ‘ दलाई लामा ने कहा कि वह तिब्बत की निर्वासित सरकार से चर्चा के बाद इस बारे में कोई फैसला करेंगे । उन्होंने कहा , ‘ मैं उन्हें अपने इरादे के बारे में जानकारी देना चाहता हूं । ‘ अपने फैसले को न्यायसंगत ठहराते हुए उन्होंने कहा कि निर्वासन में रह रहे तिब्बतियों ने 2001 में ही एक राजनीतिक संरचना बना ली थी । सभी अहम फैसले राजनीतिक नेतृत्व द्वारा ही लिए जाते है । दलाई लामा ने कहा , ‘ उसके बाद से ही मेरी स्थिति आधे तौर पर सेवानिवृत्त नेता की है । यह पूछे जाने पर कि चीन दलाई लामा रुपी संस्थान के प्रति संवेदनशील नही है। उन्होंने कहा , अगले दलाई लामा को लेकर चीन ज्यादा चिंतित है । ‘
मरने से पहले एक बार घर जाना चाहता हूं ।
[सोमवार, 22 नवम्बर, 2010 | स्रोत : दैनिक भास्कर]
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