दैनिक जागरण, 11 मार्च, 2012
मुजफ्फरपुर, प्रतिनिधि : जब पूरी दुनिया में लोकतंत्र के पक्ष में आवाज उठ रही है तो भारत में भी तिब्बत की रक्षा हेतु आवाज उठनी चाहिए। यदि सरकार के स्तर से ऐसा नहीं होता है तो जनता के स्तर से जरूर होना चाहिए। ये बातें भारत-तिब्बत मैत्री संघ की ओर से तिब्बत जनक्रांति दिवस पर शनिवार को हुई बैठक में संघ अध्यक्ष प्रो. राजनारायण राय ने कही।
उन्होंने कहा कि आज दुनिया की सबसे सख्त तानाशाही चीन में है। विरोधियों को जैसी प्रताड़ना वहां दी जाती है, वैसी प्रताड़ना किसी सभ्य देश में कतई नहीं दी जा सकती। बदलते परिवेश में तिब्बत समस्या को भारत के हितों से जोड़कर देखने और समझने की जरूरत है। बैठक में संघ सचिव अरविन्द वरूण, उपाध्यक्ष प्रो. विकास नारायण उपाध्याय, प्रभात कुमार, कामता प्रताप, विनय प्रशांत, प्रहलाद प्रसाद सिंह, अशोक कुमार शाही, उमेश कुमार राय, समीर कुमार, दिलीप कुमार राय, भूषण कुमार पांडेय आदि शामिल थे।