१० दिसंबर २०२२ को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस और परम पावन १४वें दलाई लामा को नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान करने की ३३वीं वर्षगांठ को भारत और दुनिया भर में तिब्बतियों और तिब्बत समर्थकों द्वारा मनाया गया। इस अवसर परभारत में तिब्बत समर्थन समूहों ने विभिन्न कस्बों और शहरों में तिब्बत मुद्दे को उजागर करने वाली गतिविधियों और कार्यक्रमों में तिब्बती भाइयों के साथ शामिल हुए।
झारखंड के हजारीबाग में आईटीएफएस के अध्यक्ष और कोर ग्रुप फॉर तिब्बती कॉज- इंडिया (सीजीटीसी-आई) सुदेश कुमार चंद्रवंशी के नेतृत्व में भारत-तिब्बत मैत्री संघ (आईटीएफएस) ने नोबेल शांति पुरस्कार दिवस और विश्व मानवाधिकार दिवस मनाया। इसमें सैकड़ों बुद्धिजीवियों और तिब्बत समर्थकों ने हिस्सा लिया। बिहार के मुजफ्फरपुर में आईटीएफएसऔर तिब्बती ल्हासा मार्केट ने इस अवसर का जश्न मनाया और तिब्बती ल्हासा मार्केट में ‘तिब्बत में मानवाधिकार’ विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता प्रोफेसर एस.एन.पी. सिन्हा, आईटीएफएस बिहार के अध्यक्ष डॉ. हरेंद्र कुमार और सीजीटीसी-आई के राष्ट्रीय सह संयोजक सुरेंद्र कुमार ने की।
महाराष्ट्र के परभणी में तिब्बत समर्थकों और तिब्बती स्वेटर एसोसिएशन द्वारा संयुक्त रूप से कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यकम में आईटीएफएस नागपुर के संदेश मेश्राम, आईटीएफएस सदस्य श्रीमती शांतताई उखड़कर जैन, प्रहार जनशक्ति पार्टी के जिलाध्यक्ष शिवलिंग बोडने, श्रीमती माधवी घोड़के, शिवसेना के विजय खिस्टे, सचिन रसल पाटिल, दिलीप सोनवणे, एडवोकेट संतोष जाधव, आनंद वर्मा, लुंडुप दोरजे, केलसंग, छेरिंग वांगचुक, श्रीमती यांगी, थुप्टेन निंगजे, येशी और तिब्बती स्वेटर एसोसिएशन के पदाधिकारी और बुद्धिजीवी, सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता, उद्यमी आदि उपस्थित थे। महाराष्ट्र के भंडारा में आईटीएफएसऔर तिब्बती स्वेटर सेलर्स एसोसिएशन ने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस और नोबेल शांति पुरस्कार दिवस पर संयुक्त रूप से कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में विदर्भ मार्केटिंग फेडरेशन के निदेशक महेंद्र गडकरी, समता सैनिक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष दादासाहेब काचे, आईटीएफएस महाराष्ट्र के अध्यक्ष अमृत बंसोंड, समतेन लोबसांग, नामग्याल पलजोर और तिब्बती स्वेटर एसोसिएशन के नोरबू लेकजोम उपस्थित हुए।
मध्य प्रदेश के सागर मेंआईटीएफएसने कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें तिब्बती सांसद मिंग्युर दोरजी मुख्य अतिथि के रूप में पधारे। आईटीएफएस मध्य प्रदेश के अध्यक्ष अजय खरे विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित हुए और अध्यक्षता आईटीएफएस के महासचिव डॉ. शरद सिंह ने की। तिब्बती स्वेटर विक्रेता संघ के अध्यक्ष छेरिंग पलजोर और फुरबू ने अतिथियों का स्वागत किया। राजस्थान के जोधपुर मेंभारत-तिब्बत मैत्री संघ और तिब्बती स्वेटर विक्रेता संघ ने औपचारिक समारोह का आयोजन कर इस अवसर को बड़े उत्साह के साथ मनाया। कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय महिला संयोजक एवं आईटीएफएस राजस्थान की प्रदेश अध्यक्षरेशम बाला के पर्यवेक्षण एवं निर्देशन में किया गया।
भारत- तिब्बत मैत्री संघ ने अहमदाबाद (गुजरात), नैनीताल (उत्तराखंड), सीतामढ़ी (बिहार), रांची (झारखंड), बेंगलुरु और मैसूरू (कर्नाटक) में भी इस दिन को मनाया। भारत-तिब्बत सहयोग मंच (बीटीएसएम) ने दोनों कार्यक्रमों को शानदार तरीके से मनाया, जहां तिब्बती महिलाएं, नेता और बीटीएसएम गुजरात प्रांत के उपाध्यक्ष कांतिभाई रांडेरिया और सहयोगी बीटीएसएम सदस्य प्रदीपभाई पारेख भी मौजूद थे। राजस्थान के बीकानेर में बीटीएसएमने एक सेमिनार का आयोजन किया और भारत के पड़ोसी देश तिब्बत में कम्युनिस्ट चीन द्वारा किए गए मानवाधिकारों के हनन की निंदा की। बीकानेर फोरम के जिला अध्यक्ष सुनील बांठिया ने चीनी सरकार द्वारा लोकतंत्र के दमन और तिब्बत के अंदर तिब्बतियों के मानवाधिकारों के उल्लंघन पर प्रकाश डाला।
बीटीएसएमऔर अन्य तिब्बत समर्थक समूहों ने मध्य प्रदेश के महाकौशल क्षेत्र के सागर में इस अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में तिब्बती सांसद मिंग्युर दोरजी थे। उनका स्वागत बीटीएसएम जिला अध्यक्ष बिट्टू पांडे पहलवान ने किया। कार्यक्रम में तिब्बती स्वेटर विक्रेता संघ के सदस्यों ने भी भाग लिया। बीटीएसएम श्रीगंगानगर, राजस्थान द्वारा एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें श्रीगंगानगर के तिब्बती स्वेटर विक्रेताओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा जिलाध्यक्ष आत्माराम तारद एवं मुख्य वक्ता के रूप में बीटीएसएम जिलाध्यक्ष शरद अग्रवाल ने शिरकत की।
हरियाणा के गुरुग्राम में बीटीएमएसने सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया, जहां गुरुग्राम के विधायक सुधीर सिंगला तथा पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री की बहू और बीटीएमएस की राष्ट्रीय सचिव श्रीमती नीरा शास्त्री मौजूद रहीं। इस कार्यक्रम में तिब्बतियों और उत्तर-पूर्व के मित्रों के साथ सैकड़ों अतिथि और सहकर्मी शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान लद्दाख छात्र संघ और उत्तर-पूर्व छात्र संघ के सदस्यों ने तिब्बती, भूटानी, लद्दाखी और हिमाचली लोक नृत्य की सुंदर झलकियां प्रस्तुत कीं। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में बीटीएमएसद्वारा दलाई लामा नोबेल शांति पुरस्कार कार्यक्रम की ३३वीं वर्षगांठ का आयोजन तिब्बती स्वेटर विक्रेता संघ के साथ मिलकर किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ग्वालियर की मेयर शोभा सतीश सिकरवार थीं। कार्यक्रम में बीटीएमएसमध्य भारत प्रांत के अर्जुन अग्रवाल, महिला विभाग की प्रदेश अध्यक्ष मोनिका जैन, विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय संपर्क प्रमुख कमल भदौरिया व नीलम गुप्ता शामिल हुए।
भारत-तिब्बत सहयोग मंच ने इस अवसर पर दिल्ली, गाजियाबाद, वाराणसी, पंजाब, छत्तीसगढ़, अवध, मालवा, भीलवाड़ा, बिहार, मेरठ, कोंकण, इंदौर, सूरत, मुजफ्फरनगर, भीलवाड़ा, इलाहाबाद और बिलासपुर में भी तिब्बत में मानव अधिकारों के उल्लंघन को उजागर करने और तिब्बती आंदोलन के प्रति समर्थन जुटाने के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया।
भारत-तिब्बत समन्वय संघ (बीटीएसएस) ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तिब्बती भाइयों-बहनों के साथ इस अवसर को मनाया। लखनऊ के तिब्बती बाजार में एक खास आयोजन हुआ। इस आयोजन में बीटीएसएस के केंद्रीय संयोजक हेमेंद्र तोमर, प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सचिन श्रीवास्तव, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य (युवा) अनूप बाजपेयी, प्रदेश महासचिव मुकेश तिवारी, क्षेत्र महासचिव (युवा) जय नारायण सिंह, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य (युवा) लाल बाबू तिवारी, लखनऊ जिला मुख्य संयोजक अमित गांधी, प्रांत महिला महासचिव डॉ. कल्पना सिंह, प्रतियोगिता प्रमंडल के प्रांत समन्वयक अतुल यादव आदि मौजूद रहे। उत्तर प्रदेश के कानपुर मेंतेजस चतुर्वेदी के नेतृत्व में बीटीएसएस ने तिब्बती बाजार, रामलीला मैदान, बडादेवी में इस दिन को मनाने के लिए तिब्बती भाइयों और बहनों के साथ एक कार्यक्रम आयोजित किया।
दिल्ली में बीटीएसएस ने तिब्बती चिल्ड्रन विलेज स्कूल, मजनूं का टीला में इस अवसर को मनाया। यहां आयोजित कार्यक्रम में नामग्याल छेकी, राष्ट्रीय अध्यक्ष (महिला विभाग), संध्या सिंह (उत्तर क्षेत्र अध्यक्ष, महिला विभाग), अजीत दुबे, (प्रांत समन्वयक, आईटी डिवीजन, दिल्ली प्रांत), साधना (दिल्ली प्रांत उपाध्यक्ष महिला विभाग), एडवोकेट रणवीर सिंह बैंसला (दिल्ली प्रांतीय उपाध्यक्ष युवा विभाग), हृदय सिंह (जिला अध्यक्ष, बाल विभाग, द्वारका जिला), उमेश चौहान, संदीप कुमार, निशांत शर्मा सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे। राजस्थान के उदयपुर में, तिब्बती समुदाय के बीटीएसएस सदस्यों ने इस अवसर को मनाया। समारोह में चित्तौड़ प्रांत के अध्यक्ष दिनेश जी गुप्ता, रमन सूद और क्षेत्रीय महासचिव (उत्तर-पश्चिम क्षेत्र) संजय सोनी उपस्थित थे।
बीटीएसएस के हिमाचल प्रदेश उपाध्यक्ष तेनजिंग सुंगरब की देखरेख में शिमला के शेर-ए-पंजाब चौक पर बीटीएसएस, टीवाईसी और अन्य संगठनों का एक संयुक्त कार्यक्रम आयोजित किया गया। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में बीटीएसएस के तत्वावधान में तिब्बती भाई-बहनों के साथ एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता तिब्बती मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष छेवांग धुंधुप ने की। कार्यक्रम का संचालन धीरज सिंह ने किया। कार्यक्रम का विषय ‘तिब्बत की आजादी, भारत की सुरक्षा और कैलाश-मानसरोवर की मुक्ति’ था। कार्यक्रम में डॉ. घनश्याम दुबे ने तिब्बत में मानवाधिकार हनन पर प्रकाश डाला। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय अध्यक्ष संदीप त्यागी रसम ने गाजियाबाद के गजप्रस्थ स्थित तिब्बती बाजार में तिब्बती भाई-बहनों के साथ प्रार्थना सभा में भाग लिया।
भारत-तिब्बत समन्वय संघ ने इस अवसर को देहरादून (उत्तराखंड) और नोएडा (उत्तर प्रदेश) में भी मनाया।
अंतरराष्ट्रीय भारत-तिब्बत सहयोग समिति (एबीटीएसएस) ने उत्तर प्रदेश के मेरठ में विश्व मानवाधिकार दिवस और परम पावन दलाई लामा को नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किए जाने की वर्षगांठ मनाई।
अरुणाचल प्रदेश के तवांग में तिब्बत समर्थक समूहों ने इस अवसर पर परम पावन दलाई लामा के दीर्घायु होने के लिए प्रार्थना करने के माध्यम से उत्सव का आयोजन किया।