तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने कहा है कि भारत ने उन्हें लोकतंत्र का मतलब समझाया है। उन्होंने भारतीय युवाओं को अंहिसा की भावना का प्रचार करने औफ पूरी दुनिया में शांतिदूत के तौर पर सक्रिय होने का आह्वान किया है।
उन्होंने युवा भारतीयों को हजारों सालों के दौरान कायम मिली जुली संस्कृति से समृद्ध हुई पंरपरा को बनाए रखने की अपील की है। वह शानिवार को दिल्ली में पूर्व राष्ट्रीपति आर वेंकटरमन की जन्मशती पर नेहरु मेमोरियल संग्रहालय में आयोजित भारत में अहिंसा और आध्यात्म परिचर्चा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने माना कि अहिंसा और आध्यात्म पर भारतीयों से कहने के लिए उनके पास कहने को कुछ नही है। हालांकि कहा कि तकनीक और विज्ञान में बहुत ज्यादा रुचि रखने वाली भारत के युवा पीढी को उनकी परंपरा के बारे में याद दिलाए जाने की जरुरत है। वहीं तिब्बत के हिमालयी क्षेत्रों पर ग्लोबल वामिंग के बढते प्रभाव पर दलाई लामा ने चिंता जताई ।
धर्मगुरु दलाई लामा ने कहा कि ग्लोबल वामिंग की घटना का सीधा प्रभाव भारत पर पडेगा। इसलिए भारत को इस मुददे को गंभीरता पूर्वक लेना चाहिए और कुछ ठोस कदम उठाना चाहिए।
भारत ने दिया लोकतंत्र का ज्ञान . दलाई लामा
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