नई दिल्ली। मकर संक्रांति और लोहड़ी के शुभ अवसर परतिब्बत समर्थक समूह- भारत-तिब्बत समन्वय संघ (बीटीएसएस)- ने १४जनवरी २०२३ को अपना दूसरा स्थापना दिवसमनाया। भारत के विभिन्न राज्यों में बीटीएसएस के चैप्टरों ने बड़े आनंद और उत्साह के साथ तिब्बती भाइयों और बहनों के साथ इस दिन को मनाया। बीटीएसएस के पदाधिकारियों और सदस्यों ने पास केतिब्बती बस्तियों और विभिन्न शहरों में तिब्बती शीतकालीन स्वेटर बाजार क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने तिब्बती समुदाय के सदस्यों को स्कार्फ और मिठाइयां भेंट कींऔर इसशुभ अवसर पर खिचड़ी भंडारा आयोजित करभारतीयों और तिब्बतियों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए अभिवादन का आदान-प्रदान किया। हरियाणा से कर्नाटक और गुजरात से असम तक बीटीएसएसने विभिन्न गतिविधियों और कार्यक्रमों के साथ इस दिन को मनाया।
दिल्ली में बीटीएसएस- उत्तरी क्षेत्र ने बीटीएसएस-उत्तरी क्षेत्र के महिला विंग कीअध्यक्ष श्रीमती संध्या सिंह के नेतृत्व में द्वारका सेक्टर- १७में इसदिन कोमनाया।उनके निमंत्रण परभारत-तिब्बत समन्वय कार्यालय (आईटीसीओ), नई दिल्ली के कार्यक्रम अधिकारी छोनी छेरिंग ने आईटीसीओ के प्रतिनिधि के तौर पर कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर परिचयात्मक भाषण देते हुए श्रीमती संध्या सिंह ने बीटीएसएस के सभी सदस्यों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने संस्था के द्वितीय स्थापना दिवस पर सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं दी। उन्होंने उस उद्देश्य को दोहराया जिसके लिए १४जनवरी २०२१ को मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर संगठन की स्थापना की गई थी। संध्या सिंह के अनुसार,बीटीएसएस के उद्देश्य और लक्ष्यहैं १) भारत की सुरक्षा के लिए तिब्बत को चीन के अवैध कब्जे से मुक्त कराना, और २) महादेव शिव शंकर शंभु के मूल स्थान कैलाश-मानसरोवर को भी चीन केकब्जे से मुक्त कराना।
इस अवसर पर आईटीसीओ कार्यक्रम अधिकारी छोनी छेरिंग ने बीटीएसएस को उसकी दूसरी स्थापना दिवस पर बधाई दी। उन्होंने तिब्बत में सत्य और न्याय की लड़ाई में संगठन की कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प की सराहना की। उन्होंने बीटीएसएस के सभी पदाधिकारियों और सदस्यों को तिब्बत के लिए उनके निरंतर समर्थन की अपेक्षा करते हुए उनके प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं।बीटीएसएस केमहिला विंग कीराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती नामग्याल छेके, दिल्ली क्षेत्र के मुख्य समन्वयक रॉबिन शर्मा, उपाध्यक्ष रविकांत शर्मा और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी इस अवसर पर सदस्यों को संबोधित किया। सदस्यों ने पूर्ण समर्पण के साथ काम करने और तिब्बत को चीन के दुष्ट चंगुल से मुक्त होने तक न रुकने का संकल्प लिया।
सदस्यों ने लोहड़ी और मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर तिलकुट और मिठाई का आदान-प्रदान किया। छोटे बच्चों द्वारा एक भारतीय सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किया गया और उन बच्चों को प्रमाण-पत्र वितरित किए गए जिन्होंने बीटीएसएस स्थापना दिवस कार्यक्रम के तहतड्राइंग प्रतियोगिता में भाग लिया था। स्थापना दिवस कार्यक्रम के बाद जी-२० देशों और विश्व के लिए भारत के सांस्कृतिक संदेश पर एक चर्चा सत्र का आयोजन किया गया। सत्र की मेजबानी बीटीएसएस- उत्तरी क्षेत्र केमहिला विंग कीउपाध्यक्ष श्रीमती पारुल गुप्ता द्वारा की गई थी। श्रीमती गुप्ता ने सदस्यों को जी-२० देशों और इसपर चर्चा के महत्व के बारे में जानकारी दी। श्री रॉबिन शर्मा और श्री रविकांत शर्मा ने सदस्यों को जी-२० देशों और इसके वर्तमान अध्यक्ष पद परभारत की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में वसुधैव कुटुम्बकम- एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य के अपने संदेश के साथ संबोधित किया।
इस अवसर पर बीटीएसएस-उत्तरी क्षेत्र ने आम जनता के लिए खिचड़ी भंडारा और कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी सदस्यों के लिए दोपहर के भोजन की व्यवस्था की थी। बीटीएसएस के राष्ट्रीय सचिव (युवा) श्री तेजस चतुर्वेदी, प्रदेश उपाध्यक्ष (युवा) श्री रणवीर सिंह, वरिष्ठ समाजसेवी डॉ राजीव, डॉ दीपक और श्रीमती वंदना, जिला उपाध्यक्ष श्रीमती अश्विना गुप्ता, श्रीमती मंजुला, श्रीमती अंजना दहिया, श्रीमती सुषमा भंडारी, श्रीमती प्रीति मिश्रा, श्रीमती कनिष्का, श्रीमती साधना देवी, श्रीमती मनीषा शर्मा, श्री मोहम्मद तारिक, श्री अजीत दुबे, श्री हेमंत चौहान, श्री दीपक ठाकुर, श्री राकेश कुमार सिंह, श्री सौरभ दास और बीटीएसएस के अन्य सदस्य भी इस अवसर पर उपस्थित थे।