गुवाहाटी। भारत-तिब्बत समन्वय कार्यालय (आईटीसीओ) ने २५ नवंबर २०२३ को असम की राजधानी गुवाहाटी में तिब्बत समर्थक समूहों के साथ बैठक की। इसका उद्देश्य तिब्बत समर्थक समूहों के साथ समन्वय बढ़ाना, तिब्बत समर्थक समूहों के बीच अधिक सामूहिक सहयोग और जुड़ाव लाना और सातवें अखिल भारतीय तिब्बत समर्थक समूह सम्मेलन में पारित कोर ग्रुप फॉर तिब्बतन कॉज़- इंडिया (सीजीटीसी-आई) की कार्रवाई योजना का पालन करना था।
अनुरोध करने पर तिब्बती सांसदों- खेंपो जम्फाल तेनज़िन और सांसद फुरपा दोरजी ग्यालधोंग ने शिलांग स्थित तिब्बती सेटलमेंट अधिकारी तेनज़िन सैमटेन के साथ कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। दोनों सांसद पूर्वोत्तर भारत की आधिकारिक यात्रा के सिलसिले में शहर में थे।
माननीय सांसदों ने केंद्रीय तिब्बती प्रशासन और उसकी नीति, मध्यम मार्ग दृष्टिकोण, तिब्बती संघर्ष की वर्तमान स्थिति और स्थिति पर व्यापक रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने भारत सरकार और तिब्बत समर्थक समूहों के अटूट समर्थन के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया। साथ ही तिब्बत के मुद्दे के समाधान के लिए निरंतर समर्थन और सहयोग की अपील की। अंत में एक प्रश्नोत्तर वाला आपसी चर्चा का सत्र आयोजित किया गया।
आईटीसीओ, नई दिल्ली का प्रतिनिधित्व करने वाली ताशी डेकी ने प्रतिभागियों का गर्मजोशी से स्वागत किया और इसके उद्देश्य पर प्रकाश डालने के साथ बैठक की शुरुआत की। उन्होंने सदियों से भारत-तिब्बत संबंधों, स्वतंत्र तिब्बत के बारे में तथ्य, निर्वासित तिब्बती और केंद्रीय तिब्बती प्रशासन, तिब्बत में वर्तमान स्थिति और तिब्बत भारत के लिए क्यों मायने रखता है जैसे मुद्दों पर पीपीटी प्रदान की। इसके अलावा, सातवें अखिल भारतीय तिब्बत समर्थक समूह सम्मेलन की घोषणा और कार्य योजनाएं प्रस्तुत की गईं और स्कूलों, विश्वविद्यालयों में तिब्बत के पक्ष में कार्यक्रमों को मजबूत करने के तरीकों पर आकर्षक चर्चा की गई और थिंक टैंक के साथ गोलमेज वार्ता की गई।
बैठक के दौरान गुवाहाटी में तिब्बत समर्थक समूहों के अतीत के साथ-साथ वर्तमान कार्यक्रमों की समीक्षा और सातवें अखिल भारतीय तिब्बत समर्थक समूह सम्मेलन की कार्ययोजना और घोषणा के अनुरूप आगामी गतिविधियों/कार्यक्रमों पर चर्चा हुई। टीएसजी सदस्यों ने भारत के साथ-साथ विश्व स्तर पर तिब्बती आंदोलन को तेज करने और सुरक्षित करने के लिए फीडबैक और अपने सुझाव प्रदान किए। गुवाहाटी के टीएसजी उदार थे और उन्होंने आईटीसीओ द्वारा आयोजित कार्यक्रम की सराहना की और तिब्बत के पक्ष में कार्यक्रम और जन जागरुकता को प्रभावी ढंग से प्रोत्साहित करने के लिए अधिक व्यावहारिक कार्यक्रमों के लिए आवाज उठाई। बैठक में भारत-तिब्बत संघ, भारत तिब्बत समन्वय संघ, भारत-तिब्बत सहयोग मंच के १० से अधिक सदस्यों और कुछ व्यक्तिगत तिब्बत समर्थकों ने भाग लिया।