लंदन। लंदन स्थित तिब्बत कार्यालय (ओओटी) स्वीडिश-तिब्बत समिति और स्वीडन के तिब्बती समुदाय के साथ मिलकर स्टॉकहोम में १८ से २० जून २०२३ तक तीन दिवसीय बैठक आयोजित कर रहा है। इसमें तिब्बत मुद्दे का समर्थन करने वाले सभी स्थानीय नागरिक समाज संगठनों (सीएसओ) को आमंत्रित किया गया है।
ओओटी-लंदन अपनी पहुंच वाले क्षेत्र में छह तिब्बती सामुदायिक संगठनों और ग्यारह स्थानीय तिब्बत समर्थक समूहों के साथ नियमित कार्य करता है। इसके पहुंच वाले क्षेत्रों में ब्रिटिश द्वीपों, नॉर्डिक- बाल्टिक क्षेत्रों और पोलैंड के ११ देश शामिल हैं। कार्यालय को स्थानीय सीएसओ के साथ साझा की गई घनिष्ठ साझेदारी और इन सीएसओ की उपलब्धियों पर गर्व है, इस तथ्य के बावजूद कि उनमें से अधिकांश को सीमित संसाधनों वाले कुछ समर्पित स्वयंसेवकों द्वारा दशकों से चलाया जा रहा है।
बैठक में २५ प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इसका उद्देश्य स्थानीय आवाजों को एक मंच प्रदान करना है और स्थानीय नेतृत्व के माध्यम से हितधारक समूहों के बीच भविष्य के सहयोग के लिए स्थानीय और देश के बाहर संबंधों को मजबूत करना और संभावित रूप से एक समन्वित क्षेत्रीय आवाज तैयार करना है जो पूरे यूरोप और दुनिया भर में तिब्बती स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान को बढ़ा सके। बैठक के पहले और दूसरे दिन मुख्य रूप से तिब्बत को लेकर एडवोकेसी हुई। इसका समापन १९ की शाम को स्वीडिश संसद में तिब्बत कार्यक्रम के साथ किया जाएगा। तीसरा दिन ओओटी लंदन के क्षेत्र में तिब्बती समुदाय समूहों की क्षमता निर्माण पर केंद्रित होगा।
ब्रसेल्स और जिनेवा स्थित सहयोगी तिब्बत कार्यालय क्रमशः यूरोपीय संघ और संयुक्त राष्ट्र संस्थानों में अपनी विशेषज्ञता के साथ तिब्बत के पक्ष में बातों को रखेंगे और अपने क्षेत्राधिकार में आनेवाले अन्य यूरोपीय देशों में तिब्बती अनुभवों का प्रचार कर ओओटी का सहयोग करेंगे। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के सूचना और अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग ने इस बैठक में भाग लेने के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी को प्रतिनियुक्त किया है।
स्वीडन को यूरोपीय संघ की परिषद की वर्तमान अध्यक्षता के कारण इस बैठक की मेजबानी के लिए चुना गया था, और अक्तूबर २०२२ से नई स्वीडिश सरकार और यूरोपीय संसद के प्रारंभिक संपर्कों के दौरान पहले से इस मुद्दे पर रुचि को देखते हुए इसे आगे और निर्माण करने के लिए चुना गया था। वर्तमान स्वीडिश संसद में सांसद मार्गरेटा सीडरफेल्ट की अध्यक्षता में तिब्बत मैत्री समूह में सांसदों की मजबूत सदस्यता है। मार्गरेटा इस वर्ष के अंत में धर्मशाला आनेवाले स्वीडिश सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भी करेंगी। स्थानीय स्तर पर तिब्बत से संबंधित संगठनों के मजबूत सहयोग ने इसमें अतिरिक्त लाभ भी प्रदान किया है।