कालिम्पोंग (निज संवाददाता)। तिब्बती धर्म गुरु एंव नोबल शान्ति पुरस्कार से सम्मानित महामहिम दलाई लामा आज यहां पुहंचे । सिक्किम राज्य के पवनहंस हेलीकॉप्टर से यहां के दूरबीन स्थित आर्मी हेलीकाप्टर से उतरने के बाद देशी -विदेशी पदाधिकारियों सहित स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने उनका स्वागत किया ।
गुम्फा ग्रांउड में तिब्बती सांसकृतिक नृत्य होने के बाद दलाई लामा ने खुद आधिकारिक कार्यक्रम में फेरबदल कर दूरबीन गुम्फा की तरफ अपना काफिला मोड लिया , जहॉं उन्होंने दूरबीन गुम्फा का दर्शन किया । दर्शन करने के पश्चात् उन्होंने वक्त बाहर आकर जनता का अभिवादन स्वीकार किया एंव गाडी में बैठकर वहां से सन् 1922 में निर्माण किए गए थारपा छोलिंग गुम्फा के लिए ऱवाना हो गए । इस हजारों हजार की संख्या में करीबन छह किलोमीटर के रास्ते में संघ – संस्था , कालिम्पोंग की जनता , खादा लेकर धर्म गुरु के दर्शन के लिए उमड पडी थी । थारपा छोलिंग गुम्फा पुहंचने के बाद उनका स्वागत किया गया । गुम्फा में भक्तजनों से रुबरु होने के बाद दलाई लामा ने बाहर आकर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वे कालिम्पोंग आकर काफी खुश है, क्योंकि उनका ये पुश्तैनी जगह है। उन्होने कालिम्पोंगवासियों को शुभकामनाएं भी दी ।
आज दलाई लामा की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन द्वारा व्यापक इंतजाम किया गया था । सुरक्षा का जायजा लेने हेतु स्वंय दार्जिलिंग जिला शासक मोहन गांधी , पुलिस अधीक्षक डी. पी. सिंह सहित आर्मि , पुलिस आदि के खुफिया विभाग के लोग चारों ओर मौजूद थे। थारपा छोलिंग गुम्फा आने के बाद उत्तर बंगाल के पुलिस महानिरीक्षक रणवीर सिंह स्वयं , सुरक्षा का जायजा लेने यहॉ पहुंचे ।
शाम होते -होते गोर्खा जन मुक्ति मोर्चा अध्यक्ष बिमल गुरुंग एंव नारी मोर्चा की अध्यक्ष आशा गुरुंग उनका आशीर्वाद लेने यहां पहुंचे । जहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए बिमल गुरुंग ने कहा कि मैं यहां राजनीति करने नहीं आया हूं। मै धर्म गुरु से मिलने आया हूं। मैंने गोर्खालैंड के मुद्दे पर दलाई लामा से आशीर्वाद मांगा है।
बिमाल ने गोर्खालैंड के लिए मांगा आशीर्वाद ।
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