जागरण, 15 जनवरी 2012
मुजफ्फरपुर, कासं : तिब्बत की आजादी की आवाज उठाने वाले बिहार के विश्व पुरुष तुलसी के प्रयास की तिब्बतियों धर्मगुरु दलाई लामा ने भी प्रशंसा की और शुभकामना दी।
तुलसी की मानें तो 9 जनवरी को कालचक्र पूजा के दौरान धर्मगुरु ने अनौपचारिक मुलाकात के दौरान उनकी कुंडली को शक्तिपात्र से जागृत किया। साथ ही उसके द्वारा बनाए गए तिब्बत लिबरेशन फ्रंट को शुभकामना देते हुए धर्मशाला आमंत्रित किया।
गया जिले के खीरजसराय थाने के नदिया गांव निवासी तुलसी ने तिब्बतियों के मानवाधिकार के लिए मुजफ्फरपुर होते हुए बोधगया से तवांग की (अरुणाचल प्रदेश) 48 दिनों की पैदल यात्रा की थी। तुलसी ने गया और पटना के बाद मुजफ्फरपुर में भी अपने फ्रंड के लिए कुछ सदस्यों को जोड़ा है। उमा शंकर प्रसाद को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। दरभंगा में भी उनकी यह योजना है। चीनी दूतावास के सामने एक तिब्बती द्वारा आत्मदाह की घटना ने तुलसी को इस मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। अब वे ताउम्र इस आवाज को उठाने की ठान चुके हैं।