tibet.net / नई दिल्ली। परम पावन दलाई लामा ब्यूरो ऑफिस, नई दिल्ली के प्रतिनिधि न्गोडुप डोंगचुंग ने सोमवार 31 जनवरी २०२२ को माननीय सांसद राज्यसभा और तिब्बत के लिए अखिल पार्टी भारतीय संसदीय मंच (एपीआईपीएफटी) के संयोजक श्री सुजीत कुमार से मुलाकात की।
प्रतिनिधि न्गोडुप ने श्री कुमार को खटक ओढ़ाकर स्वागत किया और उन्हें हाल ही में एपीआईपीएफटी के नए संयोजक के रूप में चुने जाने पर बधाई दी। श्री कुमार ने भी प्रतिनिधि को शॉल भेंट कर प्रति-स्वागत किया।
प्रतिनिधि न्गोडुप ने श्री कुमार को तिब्बत के अंदर की वर्तमान स्थिति, परम पावन दलाई लामा, केंद्रीय तिब्बती प्रशासन और इसके मध्यम मार्ग के बारे में जानकारी दी। श्री कुमार को परम पावन दलाई लामा ब्यूरो और उसकी भूमिका से भी परिचित कराया गया। उन्होंने श्री कुमार को इस वर्ष तिब्बत पर होने वाले आगामी विश्व सांसद सम्मेलन (डब्ल्यूपीसीटी) के बारे में भी अवगत कराया।
प्रतिनिधि न्गोडुप और श्री कुमार ने तिब्बती मुद्दे सहित तिब्बत संबंधी विभिन्न अन्य मामलों पर चर्चा की। प्रतिनिधि ने श्री कुमार से अनुरोध किया कि कम्युनिस्ट चीन द्वारा नष्ट किए जा रहे तिब्बत की राजनीति, संस्कृति, भाषा, धर्म और पर्यावरण के मुद्दे को भारतीय संसद में उठाएं, क्योंकि ये मुद्दे भारत के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।
श्री कुमार ने परम पावन दलाई लामा के सम्मान में एपीआईपीएफटी के संयोजक की जिम्मेदारी के रूप में और अपनी व्यक्तिगत क्षमता में तिब्बत मुद्दे को पूर्ण समर्थन और सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने उल्लेख किया कि वे एपीआईपीएफटी को तिब्बती मुद्दे की वकालत करने में अधिक सक्रिय और जोशपूर्ण बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे।
प्रतिनिधि न्गोडुप डोंगचुंग ने तिब्बती मुद्दे को समर्थन देने के लिए श्री कुमार को अपना विनम्र आभार व्यक्त किया और उनके भविष्य के कार्यों के लिए शुभकामनाएं दीं।
अंत में, प्रतिनिधि न्गोडुप डोंगचुंग ने श्री सुजीत कुमार को तिब्बत पर कुछ पुस्तकें प्रस्तुत कीं, जैसे कि तिब्बत ब्रीफ २०/२०, हिंदी में तिब्बत का राजनीतिक इतिहास और तिब्बत पर सातवां विश्व सांसद सम्मेलन: एक रिपोर्ट- जिस पर उन्होंने संक्षेप में चर्चा की।