दैनिक जागरण, जुलाई 6, 2015
जासं, हजारीबाग : परम पावन दलाईलामा मानवता के पुजारी तथा अहिंसा के प्रबल समर्थक है। महान संतों में उनकी गणना पूरे विश्व में होती है। उक्त बातें केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने सोमवार को दलाईलामा के 80 वें जन्म दिन पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कही। बड़ा बाजार जैन धर्मशाला के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में श्री सिन्हा ने कहा कि भारत में आए निर्वासित तिब्बती जो अपना जीवन यापन कर रहे हैं, उन्हें हमें हर तरह से सहयोग देना चाहिए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विभावि कुलपति डॉ. गुरदीप सिंह ने कहा कि अब समय आ गया है कि चीन शीघ्र ही तिब्बत को आजाद कर दे। उन्होंने तिब्बत के संघर्ष को जोरदार बनाने की बात कही। पूर्व सांसद महावीर लाल विश्वकर्मा ने कहा कि जब तिब्बत आजाद था तब भारत की सीमा चीन से नहीं मिलती थी, जबकि चीन अरूणाचल में भी अपना हक जमाता है।
भारत तिब्ब्त मैत्री संघ के अध्यक्ष सुदेश कुमार चंद्रवंशी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए दलाईलामा के दर्शन पर राष्ट्रीय संदर्भ में प्रकाश डाला।
समारोह को विधायक मनीष जायसवाल, हरीश श्रीवास्तव, प्रो. आरपी सिन्हा, डॉ. वंशीधर रूखैयार, प्रो. सुबोध सिंह शिवगीत, डॉ. बीके सिंह, गंगाधर दुबे, गायत्री राणा समेत कई लोगों ने संबोधित किया।
मौके पर सतीश कुमार सिंह, डॉ. सुरेंद्र सिन्हा, डॉ. अरविंद, कृष्ण कुमार सिन्हा, ममता चंद्रवंशी, दिलीप चंद्रवंशी, सुधीर वर्मा, रवींद्र वर्मा, अर्जुन साव समेत कई लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सुदेश कुमार चंद्रवंशी तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. वीके सिंह ने किया।
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