धर्मशाला। आज २०मार्च की सुबह मलेशिया, स्वीडन और अमेरिका के मुस्लिम विद्वानों के एक समूह ने धर्मशाला में परम पावन दलाई लामा के निवास पर उनसे मुलाकात की। परम पावन ने विद्वानों के साथ बातचीत में शांतिपूर्ण और करुणाशील विश्व के लिए अपनी चार प्रमुख प्रतिबद्धताओं में से एक- धार्मिक सद्भाव- को बढ़ावा देने पर जोर दिया। परम पावन दलाई लामा ने कहा, ‘सभी धर्मों के अलग-अलग दर्शन हो सकते हैं लेकिन सभी धर्म करुणा और अहिंसा (शांति) के प्रचार को लेकर एकमत हैं।’ आगे बोलते हुए परम पावन ने धर्म के नाम पर संघर्ष की निरर्थकता की ओर इशारा किया और कहा कि धर्म में विश्वास की स्वीकृति या अस्वीकृति हर व्यक्ति की निजी पसंद है। परम पावन ने कहा, ‘धर्म मानव निर्मित है लेकिन सभी धर्मों का सार और संदेश एक ही है। इसलिए धर्म के नाम पर विवाद पैदा करने का कोई कारण नहीं है।’ उन्होंने आगे तिब्बती साम्राज्य में मुसलमानों और तिब्बतियों के बीच के विशेष संबंधों के बारे में याद दिलाया जब दोनों प्रमुख व्यापारिक भागीदार थे। परम पावन ने बताया कि दोनों समुदायों के बीच मित्रता आज भी बरकरार है। परम पावन ने अंत में कहा कि तिब्बती सरकार भी मुस्लिम समुदाय को सम्मान के साथ देखती है। इसके साथ ही उन्होंने आज मुस्लिम विद्वानों से मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की।
परम पावन दलाई लामा ने मलेशिया, स्वीडन और अमेरिका के मुस्लिम विद्वानों के साथ बातचीत की
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