काठमांडू। तिब्बती शरणार्थियों के प्रति नेपाल सरकार का सख्त रुख शुक्रवार को साफ तौर पर दिखा। नेपाल की पुलिस ने तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा के दूत थिले लामा को गिरफ्तार कर लिया।
दलाईलामा के प्रतिनिधि ने नेपाल सरकार से नए संविधान में सभी शरणार्थियों को समान अधिकार देने और नेपाल में तिब्बती शरणार्थियों को फिर पहचान पत्र जारी करने की गुजारिश की थी।
पुलिस ने 55 वर्षीय थिले लामा को राजधानी में उनकी पहली प्रेस कांफ्रेंस के तुरंत बाद उनके निजी सचिव सुभाष आचार्य के साथ गिरफ्तार कर लिया। काठमांडू में थिले को आधिकारिक रूप से तिब्बतन रिफ्यूजी वेलफेयर ऑफिस (टीआरडब्ल्यूओ) के समन्वयक के रूप में जाना जाता है। नेपाली नागरिक थिले ने पिछले महीने ही अपना पद संभाला था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि पूछताछ और एक वार्निग बांड (एक तरह का चेतावनी करार) पर दस्तखत कराने के बाद उन्हें छोड़ दिया जाएगा।