तिब्बतनरिव्यू.नेट, 13 मार्च, 2019
निर्वासित तिब्बती संसद के चार सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल ने डिप्टी स्पीकर आचार्य येशी फुंटसोक के नेतृत्व में 11 मार्च को ब्रिटेन की एक सप्ताह की यात्रा का समापन किया। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने वेस्टमिंस्टर स्थित ब्रिटिश संसद और स्कॉटिश संसद का भी दौरा किया। इसी बीच 11 मार्च को ब्रिटेन की संसद में ऑल पार्टी पार्लियामेंटरी ग्रुप फॉर तिब्बत (एपीपीपीजीटी) के सदस्यों के साथ प्रतिनिधिमंडल की बैठक हुई।
बैठक की अध्यक्षता आरटी मानटिम लॉफ्टन, कंजर्वेटिव पार्टी के पीएम और एपीपीपीजीटी के उपाध्यक्ष ने की। इसमें शामिल होने वाले अन्य लोगों में लेबर पार्टी के सांसदों- माननीय केरी मैकार्थी और माननीय करेन ली शामिल थे। साथ ही ब्रिटिश जनता और ब्रिटेन में तिब्बत समर्थक समूहों के प्रतिनिधि भी यहां उपस्थित थे।
घंटे भर चली चर्चा के दौरान लॉफ्टन ने उम्मीद जताई कि अमेरिका में रेसिप्रोकल एक्सेस टू तिब्बत एक्ट को पारित कराने की सफलता ब्रिटेन में दोहराई जा सकती है।
एक दिन पहले प्रतिनिधिमंडल ने तिब्बत जनक्रांति दिवस की 60वीं वर्षगांठ में भाग लिया। इसका आयोजन तिब्बत सोसाइटी, फ्री तिब्बत, स्टूडेंट्स फॉर फ़्री तिब्बत और तिब्बतन कम्युनिटी इन ब्रिटेन द्वारा किया गया था।
9 मार्च को प्रतिनिधिमंडल ने ब्रिटेन में तिब्बती समुदाय के साथ चर्चा की।
केंद्रीय तिब्बती प्रशासन ने अपनी तिब्बत.नेट पर 12 मार्च को जारी रिपोर्ट में कहा कि प्रतिनिधिमंडल को सरकारी अधिकारियों के साथ मिलने का भी अवसर मिला। लेकिन यह स्पष्ट नहीं था कि किन अधिकारियों के साथ बैठकें होंगी।
तिब्बत.नेट ने पहले 6 मार्च को रिपोर्ट दिया था कि प्रतिनिधिमंडल ने 60वें तिब्बत जनक्रांति दिवस पर और एक स्वागत समारोह में भाग लेने के लिए उस दिन एडिनबर्ग में स्कॉटिश संसद का दौरा किया। उसी दिन वहां एक प्रदर्शनी का भी आयोजन हुआ।
प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्य- खेंपो जम्पल तेनजिन, खेंपो कडा नेगडुप सोनम और रत्सा सोनम नोरबू थे।