तिब्बत.नेट, 3 फरवरी, 2019
नई दिल्ली। निर्वासित तिब्बती समुदाय को 2 फरवरी को नई दिल्ली के तीन मूर्ति भवन हॉल में आयोजित एक कार्यक्रम में सद्भाव, शांति और खुशी का एक अनुकरणीय समुदाय होने के लिए आर्ट फॉर पीस अवार्ड्स- 2019 से सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम एक गैर-सरकारी संगठन आर्ट 4 पीस द्वारा आयोजित किया गया था।
परमपावन दलाई लामा के ब्यूरो के प्रतिनिधि कसूर न्गोदप डोंगचुंग ने निर्वासित तिब्बती लोगों की ओर से पुरस्कार प्राप्त किया। आर्ट फॉर पीस की संस्थापक और सीईओ डेम डॉ मुन्नी इरोन ने अन्य गणमान्य लोगों के साथ पुरस्कार प्रदान किया।
श्री डोंगचुंग ने अपने आभार भाषण में पुरस्कार और तिब्बती लोगों को मान्यता प्रदान करने के लिए आयोजकों के प्रति हार्दिक धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मान्यता मिलना हम सभी तिब्बतियों के लिए गौरव का क्षण है, जिसके लिए हमारे आध्यात्मिक नेता परमपावन 14वें दलाई लामा हमेशा दुनिया भर में शांति और अहिंसा का प्रचार करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि तिब्बती लोग मान्यता के लिए आपके आभारी हैं।
इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत में प्रतिनिधि कसूर डोंगचुंग न्गोडुप ने परमपावन 14वें दलाई लामा के कार्यक्रम के आयोजक के लिए दिए संदेश को पढ़कर सुनाया। अपने संदेश में परम पावन ने दुनिया में शांति फैलाने की दिशा में अपने मिशन के लिए आयोजकों की सराहना की और साथ ही तिब्बती लोगों को शांति पुरस्कार देने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।
इस कार्यक्रम को विभिन्न देशों के नेताओं और राजनयिकों द्वारा सराहा गया। विभिन्न क्षेत्रों के बौद्धिक और कलाकार भी वहां मौजूद थे।
दलाई लामा कार्यालय के ब्यूरो के कर्मचारी, दिल्ली के आसपास के तिब्बती लोगों के साथ बड़ी संख्या में लोग तिब्बती सेटलमेंट ऑफिसर के नेतृत्व में इस कार्यक्रम में शामिल हुए क्योंकि यह उन सभी के लिए गर्व का क्षण था।
आर्ट फॉर पीस अवाड्र्स हर साल दिया जाता है जिसे एक गैर-सरकारी संगठन ‘आर्ट फॉर पीस’ द्वारा दुनिया भर के कला और कलाकारों के माध्यम से ‘विश्व शांति और प्रेम’ को बढ़ावा देने के लिए दिया जाता है।