
धर्मशाला। निर्वासित तिब्बती और उनसे सहानुभूति रखने वाले लोग आज ०८ जनवरी की दोपहर धर्मशाला के सुगलाखांग मंदिर में एकत्रित हुए और तिब्बत के शिगात्से के डिंगरी क्षेत्र में आए विनाशकारी भूकंप में मारे गए और घायलों के प्रति अपना समर्थन और एकजुटता व्यक्त करने के लिए प्रार्थना सेवा की।
केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के धर्म और संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित इस सामूहिक प्रार्थना की शुरुआत सिक्योंग पेन्पा शेरिंग की संक्षिप्त शोक संवेदना के साथ हुई। विनाशकारी भूकंप के कारण हुए व्यापक विनाश और दुखद जानमाल के नुकसान का संक्षिप्त विवरण देने के बाद सिक्योंग ने स्थिति पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में गरीबी उन्मूलन नीतियों के सफल कार्यान्वयन के बारे में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) के बार-बार के दावों के बावजूद व्यापक क्षति- विशेष रूप से पारंपरिक घरों सहित पुराने बुनियादी ढांचे को हुई क्षति चीन के इन दावों की वास्तविक प्रभावशीलता के बारे में गंभीर सवाल खड़े करती है। विनाश स्पष्ट रूप से पीआरसी की झूठी कथानक और जमीन पर वास्तविकता के बीच विसंगति को उजागर करता है।
सिक्योंग ने डिंगरी और आसपास के क्षेत्रों में बसे तिब्बतियों के कल्याण के लिए गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, ‘समुद्र तल से ४००० मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस क्षेत्र को देखते हुए यह अपरिहार्य है कि लोगों को ठंड के गंभीर जोखिमों का सामना करना पड़ेगा और कठोर सर्दियों की स्थिति को सहना होगा। इस पर भी तुर्रा यह कि आने वाले दिनों में तापमान शून्य से नीचे गिरने की आशंका है। तत्काल और प्रभावी बचाव और पुनर्प्राप्ति प्रयासों के बिना, स्थिति और भी विकट हो सकती है।’
सिक्योंग ने तिब्बत में अपने साथी तिब्बतियों के प्रति भी, विशेष रूप से पीड़ितों की सहायता करने के उनके प्रयासों के लिए अपनी हार्दिक प्रशंसा व्यक्त की, जो सोशल मीडिया वीडियो में सामने आए हैं। उन्होंने विश्व भर में निर्वासित तिब्बती समुदायों से अपने-अपने स्थानों पर प्रार्थना सभाएं आयोजित करने, क्षति पर शोक व्यक्त करने तथा प्रभावित लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने तथा उनकी सहनशीलता के लिए प्रार्थना करने का आह्वान किया।
सिक्योंग ने अपने संबोधन के अंत में कहा, ‘यह भी तय किया गया है कि परम पावन दलाई लामा कल सुबह ताशी ल्हुनपो मठ में इस दुखद आपदा के पीड़ितों के लिए एक प्रार्थना समारोह की अध्यक्षता करेंगे।’
प्रार्थना समारोह में स्पीकर खेन्पो सोनम तेनफेल, सिक्योंग पेन्पा शेरिंग, तिब्बती न्याय आयुक्त तेनज़िन लुंगटोक, कलोन थरलाम डोल्मा चांगरा, कलोन नोरज़िन डोल्मा, चुनाव आयुक्त लोबसंग येशी, लोक सेवा आयुक्त कर्मा येशी, निर्वासित तिब्बती संसद की स्थायी समिति के सदस्य, धर्मशाला में उपस्थित तिब्बती सांसद, केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के सचिव और सिविल सेवक शामिल हुए।
इसके अलावा, बड़ी संख्या में तिब्बती, हिमालयी समुदायों के सदस्य, स्थानीय सहानुभूति रखने वाले और कुछ पर्यटक अपनी एकजुटता व्यक्त करने के लिए सभा में शामिल हुए।