Web dunia हिन्दी, नई दिल्ली, 10 मार्च 2013
नई दिल्ली। तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने रविवार को अपने अनुयायियों को संबोधित करते हुए कहा कि बिना सोचे-समझे अपने धर्म का अनुसरण नहीं करें और उचित समझ तथा तर्कों के साथ ही आस्था व्यक्त करें।
यहां एक धार्मिक व्याख्यान देते हुए दलाई लामा ने कहा कि अगर आप बौद्ध हैं तो इसलिए इस धर्म का पालन नहीं करें, क्योंकि आपके माता-पिता बौद्ध हैं। यह हमारे बौद्ध होने की वजह नहीं होनी चाहिए।
दलाई लामा ने कहा कि हमें अंधविश्वास नहीं करना चाहिए बल्कि बौद्ध धर्म और बुद्ध के उपदेशों को समझना चाहिए। उन्होंने अपने अनुयायियों से 21वीं सदी का बौद्ध बनने के लिए कहा। दलाई लामा ने शिक्षा पर भी जोर दिया ताकि लोग वास्तविकता और दिखावे के बीच अंतर कर सकें क्योंकि यही परेशानियों का मूल कारण होता है।