दैनिक जागरण, 19 जून 2015
जागरण संवाददाता, मैक्लोडगंज : दुनिया भर में मानव अधिकारों की वकालत करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के फिलाडेल्फिया स्थित राष्ट्रीय संविधान केंद्र तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा को इस वर्ष लिबर्टी मेडल प्रदान करेगा। यह सम्मान 26 अक्टूबर को फिलाडेल्फिया में 27वें वार्षिक लिबर्टी मेडल पुरस्कार समारोह के दौरान प्रदान किया जाएगा।
राष्ट्रीय संविधान केंद्र फिलाडेल्फिया के अध्यक्ष और सीईओ जेफरी रोजेन ने इस सम्मान की घोषणा करते हुए कहा कि दलाईलामा ने तिब्बतियों और दुनियाभर में मानव अधिकारों के लिए वकालत करते हुए हमेशा स्वतंत्रता, संवाद और सहिष्णुता के आदर्शो पर जोर दिया है। इस कारण वह दुनियाभर के लोगों के लिए स्वतंत्रता के इस तरह के आशीर्वाद को सुरक्षित करने का प्रयास करते हैं।
लिबर्टी मेडल अमेरिका के संविधान के 200 साल का स्मरण करने के लिए 1988 में स्थापित किया गया था। दलाईलामा को शांति के लिए 1989 में नोबेल पुरस्कार भी मिल चुका है। इसके अलावा उन्हें मानव अधिकारों व शांति के लिए 16 पुरस्कार मिल चुके हैं। अक्टूबर में मिलने वाले इस सम्मान को लेकर निर्वासित तिब्बत सरकार के सदस्यों ने भी खुशी जताई है। लिबर्टी मेडल से इससे पहले पाकिस्तान में लड़कियों के अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाली मलाला यूसफजाई को भी सम्मानित किया जा चुका है।
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