धर्मशाला ! तिब्बत के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा की राजनीतिक पद से सेवानिवृत्ति को आसान बनाने के लिए निर्वासित तिब्बती संसद ने एक समिति का गठन किया है जो संविधान में आवश्यक संशोधन की संस्तुति करेगी।
एक अधिकारी ने यह जानकारी मंगलवार को दी।
तिब्बती संसद के प्रवक्ता ने आईएएनएस को बताया कि संविधान का मसौदा फिर से तैयार करने के लिए गठित पांच सदस्यीय समिति में कई सांसद और तिब्बती कैबिनेट के मंत्री शामिल हैं।
संसद ने 25 मार्च को दलाई लामा के राजनीतिक पद से सेवानिवृत्ति के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया था और एक समिति गठित करने का निर्णय लिया था जोसंविधान संशोधन के विभिन्न मानदंडों की संस्तुति कर सके।
प्रवक्ता ने बताया कि समिति में सदन के अध्यक्ष पेन्पा त्सेरिंग, प्रधानमंत्री सामधोंग रिनपोचे, उपाध्यक्ष डोलमा ग्यारी, शिक्षा मंत्री थुपेन लुंगरिक तथा पूर्व अध्यक्ष पेमा जुंगनेय बतौर सदस्य शामिल हैं।
समिति 11 अप्रैल को अपनी रिपोर्ट संसद में पेश करेगी।
णउल्लेखनीय है कि दलाई लामा ने बजट सत्र के दौरान 14 मार्च को अपनी राजनीतिक सेवानिवृत्ति की औपचारिक घोषणा की थी। इसके बाद 18 मार्च को संसद ने एक प्रस्ताव पारित कर दलाई लामा से सेवानिवृत्ति की अपनी योजना पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया था।