प्रभात खबर, 5 जुलाई, 2012
सिलीगुड़ी : तिब्बत में मानवाधिकार, अपनी संस्कृति को बचाने के संघर्ष में पिछले एक साल से तीन दर्जन लोगों ने आत्मदाह किया है.चीनी सेना का आतंक एक अरसे से यहां कायम है, परंतु इसका कोई निराकरण नहीं हुआ.
मानवाधिकार के मुद्दे को उठाकर सिलीगुड़ी के बौद्ध अनुयायी बौद्ध गुरू दलाई लामा का 77 वां जन्मदिन मनायेगा. सिलीगुड़ी बुद्धिस्ट कल्चरल एसोसिएशन के महासचिव सोनम लेंडुप लामा ने बताया कि शुक्रवार को सालूगाढ़ा स्थित कालचक्र गुफा में शांति और अहिंसा के पुजारी बौद्ध गुरू दलाई लामा की पूजा की जाएगी. स्कूल के बच्चों द्वारा भुटानी, नेपाली, हिंदी आदि बहु संस्कृति की झांकी नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत की जाएगी.
साथ ही रक्तदान शिविर और पौधारोपण जैसे सामाजिक सरोकार के कार्यक्रम भी आयोजित होंगे.मुख्य अतिथि के रूप में ओम प्रकाश अग्रवाल को आमंत्रित किया गया है.तिब्बत में हो रहें चीनी प्रशासन के आतंक के खिलाफ शाम छह बजे सालूगाढ़ा बाजार स्थित टासी गुमांग स्तूप से मोमबत्ती रैली आयोजित की जाएगी. साथ ही विशेष सेमिनार का आयोजन किया जाएगा.