वेबदुनिया हिंदी 30 May, 2011
धर्मशाला: तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने निर्वासित तिब्बती सरकार के संविधान में संशोधनों पर दस्तखत कर राजनीतिक और प्रशासनिक भूमिका से औपचारिक तौर पर संन्यास ले लिया है।
तिब्बती संसद के प्रवक्ता तेनजिन नोरबू ने बताया कि संशोधनों पर तिब्बती संसद के तीन दिन के विशेष सत्र में चर्चा हुई और इन्हें दलाई लामा के समक्ष पेश किया गया जिन्हें उन्होंने स्वीकार कर लिया। अधिकतर संशोधन 75 वर्षीय दलाई लामा की राजनीतिक और प्रशासनिक शक्तियों से संबंधित हैं।
उन्होंने कहा कि तिब्बती चार्टर (संविधान) में संशोधनों को दलाई लमा द्वारा स्वीकार किए जाने के बाद पूर्व में उनके और केंद्रीय तिब्बत प्रशासन (सीटीए) द्वारा संचालित सभी राजनीतिक शक्तियां अब सीटीए और इसके लोकतांत्रिक नेतृत्व के पास रहेंगी और दलाई लामा अपनी इच्छा के अनुरूप केवल आध्यात्मिक प्रमुख रहेंगे।