तिब्बत.नेट, 06 मार्च, 2019
निर्वासित तिब्बतियों द्वारा चलाए गए ‘आभार वर्ष’ का समापन प्राग में वैसे समय हुआ जब शहर तिब्बती राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए तैयार है।
केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के राष्ट्रपति डॉ. लोबसांग सांगेय ने वेक्लेव हावेल लाइब्रेरी के एक खचाखच भरे हॉल में ‘थैंक यू चेक रिपब्लिक’ समारोह के बीज भाषण दिया। इस समारोह में उपस्थित मेहमानों में चेक सांसद, फोरम 2000 के निदेशक, ‘पीपुल्स इन नीड’ संस्था के निदेशक, एमनेस्टी इंटरनेशनल, अन्य प्रमुख गैर-सरकारी संगठनों और तिब्बत समर्थक समूहों के प्रतिनिधि शामिल थे।
राष्ट्रपति सांगेय ने उपस्थित जनसमूह से कहा, ‘स्वतंत्रता, मानवअधिकार और लोकतंत्र के लिए तिब्बती लोगों के अहिंसक संघर्ष में चेक गणराज्य का समर्थन प्रशंसनीय है।’
‘मैं पहले राष्ट्र प्रमुख के तौर पर अप्रैल 1990 में आधिकारिक तौर पर परमपावन दलाई लामा को आमंत्रित करने के लिए पूर्व राष्ट्रपति वेक्लेव हावेल का धन्यवाद करता हूं। इसके बाद ही अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने भी परम पावन को बुलाया था।’
सीनेटर और विदेश मामलों, रक्षा और सुरक्षा मामलों की समिति के अध्यक्ष पावेल फिशर ने तिब्बत और परमपावन दलाई लामा के लिए निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने डॉ सांगेय को एक प्रेरणास्पद व्यक्ति बताया।
पिछले साल चेक संसद के दोनों सदनों- चैंबर ऑफ डेप्युटी और सीनेट से तिब्बत समर्थक संसदीय समूह का गठन किया गया था जिसमें 50 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हैं। यह यूरोप में अपनी तरह का सबसे बड़ा समर्थक समूह है।
राष्ट्रपति सांगेय ने बताया कि चेक गणराज्य से मिलने वाले समर्थन के बारे में विशेष बात यह है कि यह न केवल महाद्वीप पर सबसे बड़े संसदीय समर्थक समूह की मेजबानी करता है, बल्कि सार्वजनिक स्तर पर तिब्बत के लिए सर्वाधिक मुखर समर्थन भी करता है।
उन्होंने आगे कहा, वॉल्वेट रिवोल्यूशन ने उन तिब्बतियों को प्रेरित किया जो एक छोटे से देश के लिए स्वतंत्रता और लोकतंत्र हासिल करना असंभव सा लगने लगा था।’
यह कार्यक्रम संयुक्त रूप से चेक गणराज्य के तिब्बती एसोसिएशन, पीपल इन नीड, वन वर्ल्ड, वेक्लेव हावल लाइब्रेरी और फोरम 2000 द्वारा आयोजित किया गया था।