जागरण, 30 सितंबर 2013
जिस भ्रष्टाचार से समूचा विश्व जूझ रहा है तिब्बती प्रशासन उसका अपवाद है। निर्वासित तिब्बत सरकार ने अपने प्रशासन को भ्रष्टाचार से मुक्त घोषित किया है। इस संबंध में निर्वासित तिब्बती सरकार ने संसद में प्रस्ताव पारित किया। सरकार ने तिब्बती प्रशासन को भ्रष्टाचार मुक्त होने के साथ-साथ ईमानदार और पारदर्शी होने की घोषणा भी की।
15वीं निर्वासित सरकार के छठे सत्र में स्पीकर पेंपा सीरिंग की अध्यक्षता में सांसदों ने प्रस्ताव को पारित किया। केंद्रीय तिब्बतन प्रशासन में एक भी भ्रष्टाचार का मामला सामने नहीं आया है। हालांकि, नेपाल और अरुणाचल प्रदेश में दो भ्रष्टाचार के मामलों की शिकायतें आई थीं, लेकिन एक शिकायत केंद्रीय तिब्बतन प्रशासन के अंतर्गत नहीं थी तो दूसरे केस में किसी तरह का भ्रष्टाचार न होना सामने आया। जिसके बाद निर्वासित सरकार ने संपूर्ण कार्यप्रणाली को भ्रष्टाचार मुक्त पाया गया है।
स्पीकर पेंपा सीरिंग ने बताया कि इसे तिब्बती समुदाय के लिए गर्व का बताया है। तिब्बती प्रशासन की कार्यप्रणाली ईमानदार एवं पारदर्शी है। कार्यप्रणाली में किसी तरह का भ्रष्टाचार नहीं पाया गया। इस सफलता पर संसद में प्रस्ताव पारित किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन अपनी बेहतरीन सेवाएं देने में सफल रहा है। जिसके लिए संपूर्ण सरकार एवं प्रशासनिक अधिकारी बधाई के पात्र हैं।
संसद कार्रवाई देखिए इंटरनेट पर
निर्वासित तिब्बत सरकार की संसद के सत्र की लाइव कवरेज भी होगी। सत्र की कार्रवाई केवल, इंटरनेट व यू टयूब पर उपलब्ध रहेगी। संसद ने विभिन्न विभागों से चर्चा कर यह फैसला लिया है। सरकार व प्रशासन की पारदर्शी कार्यप्रणाली के बारे में तिब्बती समुदाय सहित अन्य लोग भी सीधे तौर पर इसे जान सकेंगे।