धर्मशाला : चीनी सरकार की कलाकारों और पर्यावरणवादियों के खिलाफ़ की गई कडी कार्रवाई से तिब्बत में मानवाधिकार की स्थिति और खराब हो गई है.
निर्वासन में रह रहे तिब्बतियों के लिये काम करने वाले गैर सरकारी संगठन तिब्बतन सेंटर फ़ॉर ह्यूमन राइट एंड डेमोक्रेसी के कार्यकारी निदेशक उगेन तेनजिन ने कहा, ‘‘चीन सरकार ने ऐसी नीतियां बनाई हैं जिसके तहत प्रभावशाली गायकों, लेखकों और पर्यावरणवादियों के खिलाफ़ कडी कार्रवाई की जा रही है.’’
उगेन ने ‘तिब्बत में वर्ष 2010 में मानवाधिकार’ रिपोर्ट के हवाले से कहा कि तिब्बती लोगों का पिछले साल दमन काफ़ी बढ गया. 30 दिसंबर 2010 तक तिब्बत में 831 ज्ञात राजनीतिक कैदी थे. इसमें से 360 ऐसे हैं जो अदालत द्वारा कानूनी रूप से दोषी ठहराये गये हैं और 12 आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं.
रिपोर्ट में दावा किया है, ‘‘वर्ष 2010 के दौरान 188 ज्ञात तिब्बती गिरफ्तार किये गये और हिरासत में लिये गये. इसमें से 71 को अदालत सजा दे चुकी है.’’ इसमें कहा गया है कि वर्ष 2008 से 60 से अधिक तिब्बती लेखकों, ब्लागरों और बौद्धिकों को गिरफ्तार किया जा चुका है.