दैनिक भास्कर 29 जनवरी 2012
बीजिंग.चीन के शासन तले धीरे-धीरे दम तोड़ती जा रही तिब्बती परंपरा की रक्षा में जहां बौद्ध भिक्षुओं के आत्मदाह की लगातार खबरें सामने आ रही हैं वहीं इनके समर्थन में सिर उठा रहे तिब्बती अवाम का चीन सरकार बेरहमी से दमन कर रही है।
तिब्बत में पिछले एक सप्ताह में आम नागरिकों की पुलिस के साथ तीन तीन बार झड़पें हो चुकी हैं। इन झड़पों में कई तिब्बती नागरिकों की मौत हुई है और बड़ी संख्या में कई दूसरे नागरिक घायल हुए हैं। यह 2008 के बाद से तिब्बत में हुए अब तक के सबसे हिंसक जनप्रदर्शन हैं।
तिब्बत में ये प्रदर्शन ऐसे समय पर हुए हैं जब 2007 के जनप्रदर्शन की मार्च में पड़ने वाली वर्षगांठ के मद्देनजर तिब्बत में सुरक्षा के भारी बंदोबस्त किए गए हैं। वीडियो फुटेज में सुरक्षाबलों को रात के अंधकार में जनप्रदर्शनों में संभावित तौर पर हिस्सा लेने वाले तिब्बतियों को हिरासत में लेते हुए दिखाया गया है।