श्री विजय सिंह मनखोटिया जी के साथ तिब्बती प्रतिनिधिमंडल
tibet.net
१२ अगस्त, २०२१
धर्मशाला। तिब्बती सेटलमेंट अधिकारी कुंगा त्सेरिंग के नेतृत्व में धर्मशाला के तिब्बतियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने ०९ अगस्त २०२१ को तिब्बत और तिब्बती लोगों के प्रति निरंतर समर्थन के लिए आभार प्रकट करने के लिए कई स्थानीय भारतीय गणमान्य नागिरकों को आमंत्रित किया। स्थानीय भारतीय गणमान्य नागरिकों में प्रो. श्री परमानंद शर्मा, श्री विजय सिंह मनखोटिया और श्री राम स्वरूप शामिल रहे।
प्रो. श्री परमानंद शर्मा लेखक हैं और धर्मशाला के कचेरी के शासकीय महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य रह चुके हैं। परम पावन दलाई लामा के मार्गदर्शन के अनुसार उन्होंने तिब्बत पर हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू और संस्कृत आदि में कई पुस्तकें प्रकाशित की हैं। श्री विजय सिंह मनखोटिया पूर्व मंत्री, विधायक और सेना में मेजर रह चुके हैं और परम पावन दलाई लामा के अच्छे मित्र हैं। श्री राम स्वरूप परम पावन दलाई लामा के बहुत बड़े प्रशंसक हैं। वह भारत-तिब्बत मैत्री संघ (आईटीएफए) धर्मशाला के अध्यक्ष और संस्थापक सदस्य रहे हैं और वर्तमान में वे आईटीएफए के वरिष्ठ सलाहकार हैं।
१९५९-६० के आसपास परम पावन महान १४वें दलाई लामा के धर्मशाला आगमन के बाद से प्रसिद्ध तिकड़ी तिब्बतियों की मित्र बन गई।
सेटलमेंट अधिकारी कुंगा त्सेरिंग के नेतृत्व वाले तिब्बती प्रतिनिधिमंडल में तिब्बती डेलेक अस्पताल के मुख्य प्रशासक एमपी दावा फुनकी; योंगलिंग स्कूल के निदेशक एमपी दावा त्सेरिंग; रिजनल तिब्बतन फ्रीडम मूवमेंट के अध्यक्ष समतेन ल्हुंदुप; नेचुंग मठ के तांत्रिक गुरु वेन सोनम डाकपा; तिब्बती ट्रांजिट स्कूल की प्रिंसिपल न्यिमा भूटी; मैक्लोड शॉपकीपर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष त्सेरिंग यांगज़ोम; आईटीएफए के पीआरओ थुप्टन लामा और रिजनल तिब्बतन वूमेंस एसोसिएशन की अध्यक्ष तेनज़िन न्यिमा शामिल हैं।