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जिनेवा। तिब्बत पर जर्मन सर्वदलीय संसदीय समूह अर्थात जर्मन क्रॉस पार्टी पार्लियामेंटरी ग्रुप फॉर तिब्बत ने २०वें विधायी कार्यकाल की अपनी पहली संगठनात्मक बैठक १० फरवरी को आयोजित किया था। संसदीय समूह ने सांसद माइकल ब्रांड (सीडीयू) को अपना अध्यक्ष चुना। समूह के जर्मन संसद के सदस्य- सांसद मारिया क्लेन-शमींक (बुंडनिस ९०/ग्रीन्स), सांसद पीटर हेइड्ट (एफडीपी) और सांसद नादजा स्टामर (एसपीडी) को संसदीय समूह के सह-अध्यक्ष के रूप में चुना गया।
तिब्बत मुद्दे को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास का संकल्प व्यक्त करते हुए समूह के अध्यक्ष सांसद ब्रांड ने जर्मन संसद में तिब्बत और तिब्बती लोगों के लिए ‘स्पष्ट राजनीतिक पहल’ तय करने की घोषणा की। बैठक के बाद जारी प्रेस विज्ञप्ति में सांसद ब्रांड ने कहा कि चीनी शासन द्वारा तिब्बती लोगों पर लगातार बढ़ते दमन और उत्पीड़न को ‘चुपचाप अनदेखा करना’ बंद करने का समय आ गया है।
तिब्बत ब्यूरो के प्रतिनिधि छिमे रिग्ज़ेन ने तिब्बत और तिब्बती लोगों के लिए अटूट समर्थन और एकजुटता के लिए संसदीय समूह के अध्यक्ष और उपाध्यक्षों को धन्यवाद दिया। उन्होंने आने वाले वर्षों में तिब्बत मुद्दे को सबसे आगे लाने और जर्मन संसद-बुंडेस्टाग- में तिब्बती मुद्दे को आगे बढ़ाने के लिए संसदीय समूह की प्रतिबद्धता के लिए गहरा आभार व्यक्त किया।