दैनिक जागरण, 11 मार्च, 2012
वाशिंगटन। अमेरिकी सांसद नैंसी पेलोसी ने कहा है कि तिब्बत का मुद्दा विश्व के लिए लगातार चुनौती बना हुआ है और हमें दलाईलामा के दिखाए रास्ते पर चलते हुए तिब्बतियों व उनके संघर्ष को नहीं भूलना चाहिए।
डेमोक्रेटिक सांसद पेलोसी ने चीन सरकार से तिब्बतियों का दमन रोकने, पत्रकारों और अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को तिब्बत जाने की अनुमति देने और राजनीतिक बंदियों के साथ 11वें पंचेन लामा को रिहा करने की मांग की है। पेलोसी ने एक बयान में कहा है, ‘तिब्बती क्रांति दिवस पर हम बहादुर तिब्बतियों का सम्मान करते हैं, जिन्होंने धार्मिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों के लिए लड़ते हुए अपनी जान गंवा दी।’ उन्होंने तिब्बतियों के आर्थिक व राजनीतिक सशक्तीकरण के अलावा स्थिरता और तिब्बत में लोकतंत्र के लिए संघर्ष की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बीते कुछ महीनों में तिब्बत में चीन की सेना की बढ़ती मौजदूगी और तिब्बतियों की आत्मदाह जैसी घटनाएं रोकने के लिए ठोस कदम उठाने के साथ दलाईलामा से वार्ता की जरूरत है।