तिब्बत.नेट, 7 मई, 2019
विलनियस, लिथुआनिया। सीटीए अध्यक्ष डॉ. लोबसांग सांगेय रविवार 5 मई, 2019 को देर रात लातविया सहित बाल्टिक क्षेत्र की एक सप्ताह की यात्रा पर लिथुआनिया की राजधानी विलनियस पहुंचे।
विलनियस हवाई अड्डे पर डॉ. सांगेय का स्वागत उत्तरी यूरोप, पोलैंड और बाल्टिक देशों में परमपावन दलाई लामा के प्रतिनिधि श्री सोनम त्सेरिंग फ्रैसी, लंबे समय तक तिब्बत समर्थक रहे एक समूह और हाउस ऑफ तिब्बत के निदेशक विटीस विदुनस द्वारा किया गया।
लिथुआनिया की संसद ‘सिमास’ में प्रोविजनल ग्रुप फॉर सॉलिडेरिटी विद तिब्बत के अध्यक्ष और वहां के माननीय सांसद एंड्रियस नविकस ने 6 मई 2019 सोमवार को सीमास में राष्ट्रपति डॉ. लोबसांग सांगेय के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। लिथुआनिया के सोवियत संघ से स्वतंत्र होने के बाद पहले राष्ट्र्पति प्रो. वियातुतास लैंड्सबर्गिस और अन्यय सांसद यहां उनके साथ थे।
तीनों बाल्टिक राज्यों के तत्कालीन सोवियत संघ में कम्युनिस्ट शासन के तहत अनुभवों की तिब्बत के अनुभव से तुलना करते हुए डॉ सांगेय ने व्यापक रूप से अंतरराष्ट्रीय समुदाय और विशेष रूप से लिथुआनिया से तिब्बत के लिए समर्थन को और बढ़ाने का आह्वान किया।
यदि आप स्वतंत्रता के लिए, मानवाधिकारों के लिए, लोकतंत्र के पक्षधर हैं तो आपको तिब्बत का समर्थन करना चाहिए। उनके संदेश को उपस्थित पत्रकारों द्वारा हाथो हाथ लिया गया। क्योंकि, जैसे ही प्रेस इवेंट के तुरंत बाद डॉ सांगेय के दौरे और उनके दौरे के बारे में मीडिया में खबरें आने लगीं। उनकी यात्रा और तिब्बत का मुद्दा लगभग चार मिनट तक लिथुआनियाई राष्ट्रीय टेलीविज़न पर प्राइम टाइम में प्रसारित किया गया। जैसी कि अपेक्षा थी, चीन से इसकी कड़ी निंदा की।
सीमास के अंदर सांसदों के साथ बातचीत के बाद यूरोपीय संसद सदस्य माननीय लाईमा एंड्रीकिन ने सिक्योंग के सम्मान में दोपहर का भोज दिया।
शाम में, राष्ट्रपति डॉ लोबसांग सांगेय को विल्नुस इंस्टीट्यूट फॉर पॉलिसी एनालिसिस में राजनीति के प्रोफेसर कारिसनास लाइकिस द्वारा मेजबानी की गई। यहां पर उन्होंने ‘यूरोप में चीन की भू- राजनीति : तिब्बत के विशेष संदर्भ में’ विषय पर चर्चा की।
इससे पहले दिन में राष्ट्रपति सांगेय ने रेडियो स्टेशन जिनियु रेडिजस को एक साक्षात्कार दिया, जहां उन्होंने चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का जिक्र किया और बताया कि किस तरह से कम्युनिस्ट चीन द्वारा बनाई गई एक सड़क ने तिब्बत से उसकी स्वतंत्रता छीन ली थी। क्योंकि चीन द्वारा इस सड़क का उपयोग प्रतिरोध को कुचलने के लिए सैनिकों और सैन्य उपकरणों में लाने के लिए किया गया था।
लिथुआनिया गणराज्य की संवैधानिक अदालत के अध्यक्ष प्रो डॉ डैनियस ज़ालिमास ने राष्ट्रपति सांगेय से अपने कार्यालय में मुलाकात की। इस दौरान राष्ट्रपति ने डॉ ज़ालिमास को तिब्बती सर्वोच्च न्याय आयोग (टीएसजेसी) के कामकाज के बारे में बताया और अनुरोध किया टीएसजेसी को वैश्विक संवैधानिक अदालतों की सभा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाना चाहिए।
उन्होंने तिब्बत वर्ग का भी दौरा किया, जिसे 2010 में तिब्बत के दोस्तों द्वारा उज़ुपिस नामक कलाकारों और कला के लोकप्रिय जिले में स्थापित किया गया था। परमपावन दलाई लामा ने 2013 में यहां की यात्रा के दौरान चौक के बीच में तिब्बत वर्ग और ‘मंडल’ मूर्तिकला रचना को स्थापित किया था।
डॉ सांगेय आज तिब्बत पर 7वें विश्व संसदीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए लातविया के रीगा जाने वाले हैं। इससे पहले राष्ट्रपति दो साक्षात्कार देने वाले हैं एक लोकप्रिय इंटरनेट के लिए और दूसरा सांस्कृतिक मीडिया के लिए। उनकी इस यात्रा में उत्तरी यूरोप, पोलैंड और बाल्टिक राज्यों के लिए परमपावन दलाई लामा के प्रतिनिधि श्री सोनम त्सेरिंग फ्रैसी साथ दे रहे हैं।