दैनिक भास्कर, 8 दिसंबर 2016
भारततिब्बत सहयोग मंच के प्रदेशाध्यक्ष विजय शर्मा ने कहा-तिब्बत की आजादी के बिना भारत की स्वतंत्रता भी अधूरी है। इस समय तिब्बत की आजादी का सवाल सिर्फ भारत की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है बल्कि ये मानवाधिकारों के हनन का भी मामला है। चीन लगातार सिर्फ तिब्बल में मानवाधिकारों का हनन कर रहा है, बल्कि वहां के कुदरती संसाधनों का इस्तेमाल कर भारत और पर्यावरण के लिए खतरा पैदा कर रहा है। वे समाज सेविका पूनम मानिक को मंच की महिला प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किए जाने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
विजय शर्मा ने कहा-चीन की विस्तारवादी नीति इस समय पूरी दुनिया के लिए खतरा बनी हुई है। इसी विस्तारवादी नीति के चलते चीन ने साल 1959 में अवैध तौर पर तिब्बत पर कब्जा कर लिया। अब जिस तेजी से चोर वहां के प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कर रहा है, उससे तिब्बत के गलेशियर तेजी से पिघल रहे हैं। पकिस्तानी आतंकवादी हाफिज सईद पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगें, इसके लिए चीन में संयुक्त राष्ट्र में अपनी वीटो पावर का इस्तेमाल तक कर दिया। मौके पर सतनाम सहजपाल, महेश कुमार हैप्पी, प्रदीप, पूनम सहजल, प्रो. मनीष, अनुपम मौजूद थे।
भारत तिब्बत सहयोग मंच महिला विंग की प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त की गई पूनम मानिक मंच के प्रदेशाध्यक्ष विजय शर्मा को सरोपा देते हुए।
Link of news article: http://www.bhaskar.com/news/PUN-OTH-MAT-latest-nawanshahr-news-024003-1536277-NOR.html